महापौर ने संबोधन में कहा कि जिस प्रकार कांग्रेस नेता सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्वालियर व्यापार मेला के शुभारंभ के दौरान कहा था कि यह किसी दल और परिवार का मेला नहीं है, वरन ग्वालियर के लोगों का मेला है, मैं भी उसी आधार पर कह रहा हूं कि यह आयोजन भाजपा या कांग्रेस का नहीं, वरन निगम परिवार का है, इसलिए इस आयोजन में शामिल होकर शहर की एकता जुटता में शामिल हों। इस दौरान निगमायुक्त विनोद शर्मा, सभापति राकेश माहौर, एमआइसी सदस्य खुशबू गुप्ता, धर्मेंद्र राणा और भाजपा पार्षद आदि मौजूद रहे।
इसलिए किया बहिष्कार कांग्रेस, माकपा के पार्षदों ने निगम में भ्रष्टाचार बढऩे, शहर में प्रदूषण बढऩे, ट्रैफिक जाम, कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने जैसे कई मुद्दों पर परिषद की बैठक नहीं बुलाने पर भोज का बहिष्कार कर दिया था, इसके चलते मंच से महापौर ने इस भोज को अपने दूसरे कार्यकाल का अंतिम आयोजन बताया।
नाटके के मंचन से दिया स्वच्छता का संदेश
आयोजन के दौरान नाटक का मंचन भी किया गया, जिसमें लोगों को घर के अंदर स्वच्छता रखने और बाहर गंदगी नहीं करने तथा गंदगी करने वालों को रोकने-टोकने के लिए प्रेरित किया गया।