लेकिन उसकी हत्या पर चुप्पी साधे है।बच्चे को जिस तरह कत्ल किया गया है। उससे बलि की आशंका मानी जा रही है। दरअसल बच्चे की लाश मिलने के कुछ घंटे बाद ही हवलदार पुलिस के रडार पर था। क्योंकि उसकी रात को उसकी कार उसी जगह पर दिखी थी जहां बच्चे की लाश मिली थी।
दतिया निवासी संजीव सेन के बेटे मंयक 8 की हत्या में पीटीएस तिघरा का हवलदार रवि शर्मा हाथ आया है। उसे देर रात हिरासत में लिया है। रवि बता रहा है बुधवार को दतिया में पीतांबरा माता की रथयात्रा डयूटी में गया था। वहां जाने के लिए अपनी कार एमपी 07 सीजी 6380 ले गया था।
वापसी में साथी हवलदार लौटा। उसे रात 11 बजे झांसी रोड थाने के पास छोड़ दिया। घर जाकर कार खोली तो पीछे की सीट के नीचे लडक़े की लाश रखी थी। उसे देखकर डर गया। चुपचाप लाश फेंकने निकल आया। उसे पता था रात 12 बजे पुलिसकर्मियों की बदली होती है। ऐसें में सडक़ पर पुलिस नहीं मिलेगी। इसलिए लपक कर विवेकानंद तिराहे पर आकर लाश फेंक कर भाग गया।
कई नाम गिनाए, पूरा राज पता लगाने की कोशिश
रवि दलील दे रहा है दतिया में उसकी कार को कई बार साथी पुलिसकर्मी ने भी खोला था। एक पुलिसकर्मी कार को दतिया पुलिसकंट्रोल तक ले गया था। मंयक को वह जानता तक नहीं है। हालांकि पुलिस उसकी कहानी पर भरोसा नहीं कर रही है।
कई नाम गिनाए, पूरा राज पता लगाने की कोशिश
रवि दलील दे रहा है दतिया में उसकी कार को कई बार साथी पुलिसकर्मी ने भी खोला था। एक पुलिसकर्मी कार को दतिया पुलिसकंट्रोल तक ले गया था। मंयक को वह जानता तक नहीं है। हालांकि पुलिस उसकी कहानी पर भरोसा नहीं कर रही है।
यह है मामला
गुरूवार सुबह विवेकानंद तिराहे के पास झुग्गी वालों ने साइंस कॉलेज की बाउंड्री से सटी लडक़े की लाश देखी थी। इसी प्वाइंट पर डायल 100 भी खड़ी होती है। रात को जिस वक्त लाश फेंकी गई, तब गाड़ी यहां नहीं थी। बच्चे के गले पर निशान थे।
गुरूवार सुबह विवेकानंद तिराहे के पास झुग्गी वालों ने साइंस कॉलेज की बाउंड्री से सटी लडक़े की लाश देखी थी। इसी प्वाइंट पर डायल 100 भी खड़ी होती है। रात को जिस वक्त लाश फेंकी गई, तब गाड़ी यहां नहीं थी। बच्चे के गले पर निशान थे।
फोरेंसिक एक्सपर्ट ने देख कर बताया था गला घोंटकर उसकी हत्या की गई है। मासूम को कौन मार सकता है। उससे किसी से दुश्मनी भी नहीं रही होगी। इसलिए कयास लगाया गया कि हत्या के पीछे बलि हो सकती है। दूसरे दिन बच्चे की पहचान हुई कि मरने वाला दतिया का रहने वाला मंयक सेन है। उसका पिता सैलून संचालक है।