कारोबारियों को डराया धमकाया और दोनों बैग जब्त कर लिए और कहा कि जांच के बाद रुपए मिलेंगे। इसके बाद उन्होंने कहा कि आगे के कोच मे अफसर बैठे हैं यह कहकर चारो लोग ग्वालियर स्टेशन के पास दूसरे कोच में चले गए। सराफा कारोबारियों ने झांसी लौटने के बाद अन्य व्यापारियों को घटना बताई।
सराफा कारोबारियों ने झांसी पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी। झांसी पुलिस ने ग्वालियर पुलिस को सूचना दी। यहां जीआरपी थाने में एफआइआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने इस वारदात का खुलासा किया है। आरोपियों से 52 लाख रुपए बरामद कर लिए गए हैं। शेष रकम के लिए उन्हें रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच टीम गठित की। इसकी कमान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सतेंद्र तोमर को सौंपी गई। उनके साथ उप पुलिस अधीक्षक रत्नेश तोमर ने जीआरपी थाना और क्राइम ब्रांच की टीम को पड़ताल करने लगाया। पुलिस ने झांसी स्टेशन, डबरा स्टेशन और ग्वालियर स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इसमें साइबर पुलिस का सिपाही अभिषेक, निलंबित सिपाही सतेंद्र गुर्जर और दो अन्य बैग लिए हुए नजर आए। इस फुटेज के आधार पर पुलिस ने मामले का खुलासा कर दिया। पुलिस ने मास्टर माइंड अभिषेक सहित चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।