दअरसल कोविड-19 संक्रमण काल में गरीबों को निशुल्क देने के लिए आए डेढ़ सौ क्विंटल के आसपास आए खाद्यान्न को मुख्त्यारपुरा पीडीएस विक्रेता ने खुद ही हड़प लिया। विभाग की जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद निकली 9 लाख 99 हजार 492 रुपए की वसूली होनी है, इस राशि को वापस सरकारी खजाने में पहुंचाने की जिम्मेदारी क्षेत्रीय तहसीलदार वंदना यादव की है, लेकिन उन्होंने अभी तक वसूली नहीं की है।
उधर, दुकान पर नियुक्त विक्रेता द्वारा शिकायत करने वालों को हरिजन एक्ट लगाने की धमकी दी जा रही है। यहां तक वसूली के लिए पहुंचे खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के अधिकारियों को भी विक्रेता ने हड़काकर भगा दिया था।
दरअसल, मुख्त्यारपुरा में प्राथमिक कृषि साख सहकारी संस्था हस्तिनापुर के माध्यम से दुकान का संचालन हो रहा है। दुकान प्रबंधक अजय यादव है, जबकि विक्रेता परशुराम जाटव निवासी तोर ने अनियमितताएं की हैं। विक्रेता द्वारा एक महीने में सिर्फ दो या तीन दिन ही कुछ घंटों के लिए दुकान खोली जाती थी।
उपभोक्ताओं को विक्रेता अपनी मर्जी से राशन देता था, जो उपभोक्ता बाकी रह जाते थे, उनको दोबारा कभी राशन नहीं दिया। उपभोक्ताओं को रसीद भी नहीं दी जा रही थी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के बारे में किसी को जानकारी नहीं दी गई। पीडीएस विक्रेता शिकायत करने वाले उपभोक्ताओं पर हरिजन एक्ट लगवाने की धमकी देता रहता है। पात्रता पर्ची को दोबारा से शुरू कराने के बदले में प्रति व्यक्ति 1500 रुपए वसूल किए जा रहे थे।
इतने खाद्यान्न में की गड़बड़ी
जुलाई 2020 में पीएमजीकेवाय का 3.28 क्विंटल चना, अगस्त 2020 का 61.8 और 58 क्विंटल गेहूं, 16.27 क्विंटल ज्वार, 14.50 क्विंटल चावल ट्रक चिट के जरिए रिसीब किया लेकिन उपभोक्ताओं को नहीं बांटा। इसी तरह निशुल्क वितरण होने वाला चावल और गेहूं विक्रेता ने 6 रुपए किलो चावल और 30 रुपए में गेहूं उपभोक्ताओं को विक्रय कर दिए।
इनसे होना है वसूली
: चिटौली पीडीएस संचालक दिनेश किरार से 9 लाख 9 हजार 656 रुपए की वसूली होनी है।
: मुख्त्यारपुरा के पीडीएस संचालक परशुराम जाटव से 9 लाख 99 हजार 492 रुपए की वसूली होनी है।
: डबरा बुजुर्ग पीडीएस संचालक मनोज श्रीवास्तव से 22 लाख 62 हजार 827 रुपए की वसूली होनी है।
दो वर्ष पहले हो चुकी एफआईआर
मुख्त्यारपुरा पीडीएस के संचालक परशुराम जाटव पर कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी महावीर सिंह राठौर ने हस्तिनापुर थाने में 14 दिसंबर 2020 को एफआईआर कराई थी। गरीबों के खाद्यान्न को हड़पने के मामले में हुई इस एफआईआर के बाद पुलिस ने भी गिरफ्तारी आदि की कार्रवाई नहीं की। खाद्य विभाग के अधिकारियों को पीडीएस संचालक ने दुकान से भगा दिया था।
हम राशि वसूलने के लिए प्रशासन को लिख रहे हैं-
मुख्त्यारपुरा पीडीएस विक्रेता से 9 लाख 99 हजार रुपए से अधिक वसूली होना है। विक्रेता पर एफआईआर पहले ही हो चुकी है। अब प्रशासन को राशि वसूली की कार्रवाई करनी है। प्रशासन को राशि वसूलने के लिए लिख चुके हैं।
- ओपी पांडेय, जिला आपूर्ति नियंत्रक