ऑनलाइन ले रहे टिप्स
करीब सात महीने से स्विमिंग पूल में उतरकर खिलाडिय़ों ने प्रैटिक्स नहीं की है, इसलिए ऑनलाइन ही सीनियर खिलाडिय़ों और कोच से टिप्स लेकर घर और आउटडोर प्रैटिक्स कर रहे हैं। करीब चार महीने से हर संडे शहर के राष्ट्रीय तैराकों को नया शेड्यूल बनाकर दिया जाता है और एक हफ्ते बाद उसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट और जो परेशानी होती है उसे कोच सुधारते हैं। योगा और ऐसी एक्सरसाइज जो खिलाड़ी घर में कर सके और खुद को फिट रख सके वह करने की सलाह दे रहे हैं। हर संडे ऐप के माध्यम से खिलाडिय़ों को सीनियर नेशनल तैराक खिलाडिय़ों से बात कराते है और उनके अनुभव शेयर करा रहे हैं।
खिलाड़ी फिट रहे ये पहली प्राथमिकता
स्विमिंग के लेवल-1 कोच सचिन पाल ने बताया, कोरोना महामारी के कारण काफी समय से खिलाड़ी पूल में प्रैटिक्स नहीं कर सके हैं, इसलिए अब सबसे बड़ी चुनौती खिलाडिय़ों को फिट रखने की है। इसलिए तैराकी संघ लगातार प्रयास कर रही है। जूम ऐप के माध्यम से हर रविवार को तैराकों को बूस्टअप करने के लिए फिजीकल शेड्यूल दे रहे है जिसकी वह घर पर तैयारी करते हैं। सोमवार को एक्सरसाइज, योगा की पीडीएफ खिलाडिय़ों को भेजी जाती है इससे खिलाड़ी प्रैटिक्स करते है। रविवार को इससे जुड़े सवाल और मानसिक रूप से बच्चों को स्ट्रांग करने के लिए उनको एक्सपर्ट से बात कराई जाती है। यह ऑनलाइन व्यवस्था जब तक स्विमिंग पूल शुरू नहीं जाएंगे जारी रहेगी।
स्टेट मेडिलिस्ट स्विमर अविकल्प ने कहा, कोरोना महामारी के कारण इस साल तो प्रैटिक्स नहीं हो सकी और न कोई टूर्नामेंट हो सका। ऐसी स्थिति अभी अगले साल तब रहेगी। इसलिए खुद को फिट रखने के लिए रोज एक्सरसाइज के साथ योगा भी कर रहे हैं। सुबह एक घंटे साइकिलिंग भी करता हूं। ऑनलाइन कोच जो भी टॉस्क देते है उसको भी पूरा कर रहे हैं।
स्विमिंग खिलाड़ी निमिषा घर पर ही रोज सुबह और शाम को फिजिकिल प्रैटिक्स कर रही है, लेकिन स्विमिंग पूल में जो स्किल प्रैटिक्स हो सकती है वह नहीं हो पा रही है। परेशानी तो आ रही है, लेकिन तैयारी में जुटी हूं। ऑनलाइन सीनियर खिलाडिय़ों और कोच से जो टिप्स मिल रही है उसे फॉलो कर रही हूं। व्हाट्सऐप ग्रुप बना रखा है उसे रोज की फिजिकली एक्टीविटी शेयर कर रहे हैं। तैराक अलंकृत और मनु ने कहा, तैयारी जारी है, भले ही स्विमिंग पूल में नहीं जा पा रहे है, लेकिन उतनी मेहतन आउटडोर में कर रहे हैं।