ग्वालियर

चार दिन में बेकाबू हुआ कोरोना संक्रमण, मुंबई हैदराबाद छिंदवाड़ा से लौटे लोग संक्रमित

– आठ दिन में निकले थे 515 संक्रमित, अब चार दिन में ही 489- आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ डॉक्टर संक्रमित- रेलवे स्टेशन पर नहीं गई जांच टीम

ग्वालियरApr 04, 2021 / 03:02 pm

Hitendra Sharma

ग्वालियर. इन दिनों कोरोना संक्रमण पूरी रफ्तार में हैं। अगर ऐसे में जरा सी भी लापरवाही आपकी संक्रमित कर सकती है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 23 मार्च से 30 मार्च के बीच आठ दिन में 515 मरीज कोरोना संक्रमित निकले थे। लेकिन पिछले चार दिन से तो हालात यह हैं कि इन दिनों में 489 कोरोना संक्रमित मरीज निकल आए हैं। वहीं इस महीने की शुरूआत में ही 3 दिन में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हुई है। इन दिनों आ रहे कोरोना संक्रमितों में वे मरीज शामिल हैं जो बाहर से आए हैं या जो बाहर से आए लोगों के संपर्क में आने से संक्रमित हुए हैं।
शनिवार को मिले संक्रमितों में अधिकतर लोग मुंबई, हैदराबाद, छिंदवाड़ा या दूसरे बड़े शहरों से आने वाले है। इन लोगों के परिवार के लोग अब संक्रमित हो रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनको अभी हाल ही में बाहर जाना है। वहीं महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों के लिए शुक्रवार को कोरोना की जांच प्लेटफॉर्म पर कराई गई थी, जिसमें सात यात्री पॉजिटिव आए, लेकिन शनिवार को यह जांच टीम नहंी गई। यहां पर हर रोज की तरह थर्मल स्क्रीनिंग की गई।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ डॉक्टर संक्रमित
कोरोना संक्रमण के चलते अब हर कोई पॉजिटिव आता ही जा रहा है, जिसमें जीवाजीगंज में रहने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्र्ता भी संक्रमित हुई है। पिछले तीन चार दिनों से आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को बुखार के साथ हाथ पैर में दर्द था। जांच कराने पर वह पॉजिटिव हो गईं। वहीं अशोक कॉलोनी में रहने वाले एक ही परिवार के तीन सदस्य पॉजिटिव हुए हैं। उसमें से एक डॉक्टर है। डॉक्टर का अशोक कॉलोनी में क्लीनिक भी है। वहीं डॉक्टर के साथ उनके माता- पिता भी संक्रमित हुए हैं।
पत्नी के साथ पति और बच्चा पॉजिटिव
घोसीपुरा स्थित श्री विहार कॉलोनी में रहने वाले एक युवक के साथ उनकी ११ वर्षीय बच्चा भी पॉजिटिव आया है। अभी मार्च २७ मार्च को उनकी पत्नी भी पॉजिटिव आ चुकी है। इसके साथ ही इंदौर से लौटकर आए बीएसएफ कॉलोनी में रहने वाला छात्र भी संक्रमित हो गया है। वहीं हरिशंकरपुरम, लक्ष्मीगंज, चावड़ी बाजार आदि के लोग भी संक्रमित मरीजों में शामिल हैं।
कर्नाटका जाने से लिए कराई जांच तो निकला संक्रमण
पारस विहार कॉलोनी निवासी युवती आइटीएम महाविद्यालय की छात्रा है। छात्रा का कहना है कि उसे अपने घर उज्जैन जाना था, इसलिए जांच कराई तो संक्रमण का पता चला। इसी तरह विजय नगर निवासी एक डॉकटर की बेटी संक्रमित निकली है। युवती को कर्नाटका जाना था, इसलिए जांच कराई। इसी तरह विकास नगर निवासी संक्रमित ने दिल्ली जाने से पहले जांच कराई तो संक्रमण की पता चला।
लाइन मैन, स्टेनो संक्रमित संक्रमित
गोल पहाडिय़ा निवासी वृद्धा व उनकी नातिन भी संक्रमण की चपेट में है। वृद्धा की नातिन एक निजी चिकित्सक की क्लीनिक पर रिसेप्शनिस्ट है। नहर वाली माता निवासी संक्रमित विद्युत विभाग में लाइन मैन है। इसी तरह इंद्रानगर निवासी महिला संक्रमित निकली है। महिला न्यायालय में स्टेनो है, जहां पर कुछ साथी संक्रमित निकले जिसके चलते जांच कराई थी। माधौगंज निवासी संक्रमित पिछले दिनों हैदराबाद से लौटा है। संक्रमित ने बुखार आने पर जांच कराई तो संक्रमण का पता चला। इसी तरह हजीरा निवासी संक्रमित छिंदवाड़ा में नौकरी करता है और 31 मार्च को ही अपने घर लौटा है।
एक दूसरे के संपर्क में आने से हुए संक्रमित
कम्पू निवासी एक सात वर्षीय बच्ची को संक्रमण की पुष्टि हुई है, बच्ची के पिता का कहना है कि वह जिस मल्टी में रहते हैं, उसमें एक परिवार के तीन सदस्य पूर्व में संक्रमित निकल चुके हैं। इसलिए उनके संपर्क में आने से ही बच्ची संक्रमित हुई है। इसी तरह हरिशंकर पुरम निवासी बुजुर्ग दंपती संक्रमण की चपेट में है। दंपती का बेटा दो दिन पूर्व संक्रमित निकला था। गाढ़वे को गोठ निवासी महिला व उसकी बेटी संक्रमित हैं। महिला ने बताया कि उनकी बहन पिछले दिनों मुंबई से लौटी हैं और उन्हें संक्रमण की पुष्टि हुई है, इसलिए उनके संपर्क में आने से ही दोनों को संक्रमण हुआ है। उधर शिंदे की छावनी निवासी महिला व उनका भाई को कोरोना होने की पुष्टि हुई है। महिला के पति कुछ दिन पहले ही संक्रमण निकला है।

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