दायरा बढ़ने का खतरा बना हुआ है
शनिवार को बदरवास के एक युवक को स्वास्थ्य विभाग की गाड़ी से शिवपुरी जिला अस्पताल लाया गया जिसमें कोरोना पॉजिटिव के लक्षण सामने नजर आने लगे थे। इन सबके बीच महत्वपूर्ण बात यह है कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा संदिग्ध मरीजों को दी जा रही होम क्वारंटाइन की सलाह के बाद उसकी मॉनिटरिंग नहीं की जा रही जिसके चलते शिवपुरी में संक्रमण का दायरा बढ़ने का खतरा बना हुआ है।
कोरोना के लक्षण नजर आ रहे
देश सहित दुनिया भर में अपना खौफ बना चुके कोरोना वायरस के शिवपुरी जिले में दो पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। जबकि छह संदिग्ध मरीज को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया जबकि जिले भर में 126 ऐसे लोगों को होम क्वारंटाइन करवाया गया जिससे थोड़े बहुत कोरोना के लक्षण नजर आ रहे हैं।
संदिग्धों की मॉनिटरिंग की जानी चाहिए
नियमानुसार होम क्वारंटाइन किए गए संदिग्धों की मॉनिटरिंग की जानी चाहिए ताकि यह पता चल सके कि संबंधित व्यक्ति अपने घर के आइसोलेट कक्षा में ही रह रहा है या फिर खुले में घूम रहा है क्योंकि संक्रमित व्यक्ति के शरीर में धीरे-धीरे इसके लक्षण स्पष्ट होते हैं जिसकी समय अवधि 14 से 15 दिन तक रहती है। यानि ऐसे लोगों को अपने घर के कमरे में 14 या 15 दिन रहना है इसके बाद यदि उनमें लक्षण नहीं आते तो वह फिर माना जा सकता है कि उसमें कोरोना के लक्षण नहीं है।
126 संदिग्ध होम क्वारंटाइन हैं
जिले के दिन 126 संदिग्धों को होम क्वारंटाइन किया गया है जिनमें से कुछ ही लोग नियमों का पालन करते हुए बंद करने में अपना अपना समय गुजार रहे है। जब की कुछ लोग अभी भी न केवल अपने परिवार बल्कि घर के बाहर खुले में घूम रहे हैं ।इनमें से किसी को भी कोरोना के सभी लक्षण नजर आए तो फिर उन सभी को हो यह खतरा हो जाएगा।
होम क्वारंटाइन कर दिया जाएगा
कोरोना विंग के नोडल अधिकारी डॉ दिनेश राजपूत के अनुसार शिवपुरी के पहले पॉजिटिव मरीज दीपक शर्मा की दूसरी सैंपल जांच निगेटिव आई है तथा उसकी तीसरी जांच के लिए सैंपल शनिवार को शाम को भेजा जाएगा। अगर तीसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई तो उसे होम क्वारंटाइन कर दिया जाएगा।