जेल अधीक्षकों से उनके जेल में बंद बंदियों की रिहाई की सूची मांगी गई थी। जिसमें ग्वालियर सेंट्रल जेल से 18 नामों की सूची भेजी गई थी। सूत्रों का कहना है जिसमें 2 बंदियों की रिहाई निरस्त कर दी गई। जिन बंदियों की रिहाई निरस्त हुई वह बलात्कार के आरोपी बताए जाते हैं।
कोरोना वायरस के चलते सजायाफ्ता बंदियों को 60 दिन की पेरोल पर छोड़ा गया है, लेकिन जो बंदी लॉकडाउन से पहले पैरोल पर थे अब वह लौटने लगे। लेकिन जेल प्रशासन ने उनकी 7 दिन की पैरोल और बढ़ाकर उन्हें वापस घर भेज दिया है। लॉकडाउन से पहले करीब 64 बंदी पैरोल पर गए थे।