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ग्वालियर

इमेज प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में रिसर्च की अनगिनत संभावनाएं

– एमआइटीएस में सात दिवसीय शॉर्टटर्म कोर्स प्रारंभ, देशभर के रिसोर्सपर्सन हुए शामिल

ग्वालियरJan 19, 2022 / 10:26 am

Narendra Kuiya

इमेज प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में रिसर्च की अनगिनत संभावनाएं

इमेज प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग में रिसर्च की अनगिनत संभावनाएं

ग्वालियर. माधव इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस ग्वालियर एवं एआइसीटीइ की ओर से वीकली शॉर्टटर्म कोर्स की शुरूआत मंगलवार से की गई। इसमें देश भर के रिसोर्सपर्सन शामिल हुए। कोर्स का टॉपिक कोविड-19 पर रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए एप्लीकेशन ऑफ इमेज प्रोसेसिंग, कंप्यूटर विजन एंड इंटेलीजेंट टेक्नोलॉजीस इन पेंडेमिक रखा गया है। कोर्स का शुभारंभ कार्यक्रम के कन्वेनर एवं कंप्यूटर साइंस के विभागाध्यक्ष डॉ.मनीष दीक्षित ने किया।
वर्चुअल मोड पर हुए कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि इमेज प्रोसेसिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, डीप लर्निंग, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग ऐसे विषय है जहां रिसर्च की अनगिनत संभावनाएं हैं। नई फैकल्टी इन विषय पर समाज के लिए अपना योगदान दे सकते हैं। प्रथम सत्र में आइटी, पटना की प्रोफेसर डॉ.श्रीपर्णा साह ने नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग टेक्नीक्स फॉर एक्सट्रेक्शन ऑफ नॉलेज फ्रॉम कोविड-19 डाटा और मल्टी ऑब्जेक्टिव ऑप्टिमाइजेशन क्लस्टरिंग को समझाते हुए बताया कि किस प्रकार विभिन्न प्रकार की डेटा की मदद से कोविड की जांच की जा सकती है साथ ही उसमें आने वाले कई चैलेंजेस को भी बताया।
गूगल प्रोफाइल टाइम लाइन देता है जाने की जानकारी
कोर्स के दूसरे सत्र में मैनिट, भोपाल के प्रोफेसर डॉ.दीपक सिंह तोमर ने डेटा एंड इमेज माइनिंग टेक्नीक पर व्याख्यान दिया। उन्होंने माइनिंग अल्गोरिथम सहित विभिन्न प्रकार के स्पेशियल एवं हिस्टोरिकल डेटा के रियलिस्टिक उदाहरण बताते हुए कहा कि हम अपनी गूगल लोकेशन दूसरों के साथ शेयर कर पाते है और गूगल प्रोफाइल टाइम लाइन से पूरे महीने या साल आप कहां-कहां गए, किस रुट से गए भी पता लगाया जाता है।
सिक्योरिटी तकनीक बचा सकती है फ्रॉड्स से
कोर्स के तीसरे सत्र में एनआइटी, अगरतला के प्रोफेसर डॉ.मुनीश चन्द्र त्रिवेदी ने इमेज प्रोसेसिंग पर व्याख्यान दिया। साथ ही उन्होंने इमेज प्रोसेसिंग के कई नए रिसर्च क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, कृषि, अंडरवाटर इमेज प्रोसेसिंग आदि के बारे में भी जानकारी दी। डॉ.मुनीश चंद ने सिक्योरिटी टेक्नीक्स, स्टेगनोग्राफी को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया की सुरक्षा एक अहम् मुद्दा है और सिक्योरिटी तकनीक को उपयोग करते हुए कई तरह के फ्रॉड्स से बचा जा सकता है।

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