ग्वालियर

क्रिएटिविटी दिखाकर बनाएं उपयोग वस्तुएं

कोई भी चीज बेकार नहीं होती। उसमें क्रिएटिविटी दिखाकर उपयोग में लाया जा सकता है या फिर अच्छा लुक दिया जा सकता है। जो घर, ऑफिस को डेकोरेट करने के काम आ सकता है।

ग्वालियरJan 05, 2019 / 06:35 pm

Avdhesh Shrivastava

Annual Function

ग्वालियर .कोई भी चीज बेकार नहीं होती। उसमें क्रिएटिविटी दिखाकर उपयोग में लाया जा सकता है या फिर अच्छा लुक दिया जा सकता है। जो घर, ऑफिस को डेकोरेट करने के काम आ सकता है। कुछ एेसा ही संदेश पार्टिसिपेंट्स ने आर्ट ऑफ वेस्ट मैटेरियल के माध्यम से दिया। उन्होंने बेकार पड़े गत्ते, रस्सी, गिलास आदि की मदद से कई डेकोरेटिव आयटम्स तैयार किए। यह एक्टिविटी एनुअल फंक्शन के तीसरे दिन भगवत सहाय ऑडिटोरियम में देखने को मिली। यह आयोजन गजराराजा मेडिकल कॉलेज की ओर से किया जा रहा है, जो ७ जनवरी तक चलेगा। इस दौरान ढेरों एक्टिविटी होंगी। लास्ट डे बेस्ट परफॉर्मर को पुरस्कृत किया जाएगा।
आरकेस्ट्रा पर थिरके कदम : इस दिन भगवत सहाय ऑडिटोरियम में सोप मॉडलिंग कॉम्पीटिशन हुआ। इसमें प्रतिभागियों सोप पर अपना क्रिएशन दिखाया। क्लीनिकल क्विज में भी स्टूडेंट्स का खूब टैलेंट झलका। कार्यक्रम में आकर्षण का केन्द्र ओल्ड स्टूडेंट्स द्वारा आरकेस्ट्रा परफॉर्मेंस रही। इसमें उन्होंने कभी देशभक्ति गीत, तो कभी बॉलीवुड सॉन्ग्स के माध्यम से उपस्थित लोगों को खूब दिल जीता। शाम से शुरू हुआ यह आयोजन देर रात तक चलता रहा और वंस मोर वंस मोर की आवाज से सभागार गूंजता रहा।
आज ये होंगी एक्टिविटी : एनुअल फंक्शन के चौथे दिन रंगोली, अल्पना,
नेल आर्ट, मेहंदी, हिंदी डिबेट, क्विज फाइनल, ग्रुप डांस, ग्रुप सॉन्ग, कवि सम्मेलन होगा।
प्रेस्टीज कॉलेज मे ग्लोबल केस कॉम्पीटिशन
ग्वालियर. प्रेस्टीज प्रबंधन संस्थान की ओर से एक दिवसीय ग्लोबल केस कॉम्पीटिशन का आयोजन शुक्रवार को किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. प्रशांत मिश्रा, आइआइएम कोलकाता उपस्थित रहे। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि के रूप मे उपस्थित दिलीप पिथाडिया, चेयरमेन पिथाडिया फ ाउंडेशन यूएसए ने कहा कि केस स्टडीज केवल क्लास रूम टीचिंग तक ही सीमित न होकर, उद्योग जगत मे भी कर्मचारियो को ट्रेनिंग सत्र के दौरान पढाया जाने वाला एक अचूक माध्यम है। केस स्टडीज के माध्यम से कर्मचारियों को न केवल विभिन्न प्रकार की समस्याओं को समझने का मौका मिलता है, बल्कि उन समस्याओं के समाधान के विभिन्न तरीको एवं तकनीको के बारे मे सीखने का अवसर भी प्राप्त होता है। प्रेस्टीज डायरेक्टर डॉ. एसएस भाकर ने बताया कि आज शिक्षा जगत में विभिन्न वैज्ञानिक पद्धतियों का प्रयोग किया जा रहा है। जिनमें केस स्टडीज सबसे उपयुक्त एवं सटीक तकनीक है। उन्होंने कहा कि केस स्टडीज एक ऐसा सशक्त माध्यम है, जिसकी सहायता से किसी भी विषय वस्तु को उसके वास्तविक परिदृष्य मे नजदीक से समझा जा सकता है।
 

 

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