कैलारस एसडीओपी सुधीर सिंह कुशवाह ने बताया कि चार-पांच दिन पूर्व बदमाश 50 हजार रुपए व घी मांगने आए थे। गरीब होने की बात कहकर ग्रामीणों ने मना कर दिया था। बदमाश एक सप्ताह बाद फिर आने की धमकी देकर गए थे। शुक्रवार-शनिवार की रात को आधा दर्जन बदमाश हथियार लेकर आए और मारपीट करने लगे। फायरिंग भी करने लगे। इसके प्रतिकार में ग्रामीणों ने भी फायरिंग की। इसमें एक बदमाश की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार एक अन्य बदमाश घायल हुआ है। घटना स्थल से करीब 150 मीटर तक खून के धब्बे मिले हैं। पुलिस ने ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए गार्ड तैनात कर दिया है।
निरार थाना क्षेत्र के करसा मानपुर के बीहड़ में रंगदारी वसूलने आए थे बदमाश तभी ग्रामीणों और बदमाशों के बीच शुक्रवार की रात दस ग्यारह बजे फायरिंग हो गई। इस घटना में एक बदमाश की मौत हो गई और शेष भाग गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बदमाश के शव को उठाकर पीएम के लिए पहाडगढ़़ ले जाया गया। पहाडगढ़़ व निरार थाना क्षेत्र के बीहड़ों में बदमाशों का पिछले लंबे समय से आतंक हैं। पूर्व में भी कई बार बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया गया लेकिन पुलिस सिर्फ मामला दर्ज करके बैठ गई। इस मामले में भी बदमाश पूर्व धमकी दे गए थे कि छह दिन बाद आएंगे हमको 50 हजार गांव से चाहिए अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहना। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पहाडगढ़़ थाना पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।
जानकारी के अनुसार करसा मानपुर के ग्रामीणों ने बताया कि बदमाश संख्या में छह थे। पांच पर बंदूक और एक पर लाठी थी। छह दिन पूर्व धमकी दे गए थे कि गांव से 50 हजार रुपए चाहिए नहीं तो परिणाम अच्छा नहीं होगा। शुक्रवार की रात दस ग्यारह बजे बदमाश आए और बोले कि पचास हजार रुपए लेकर आओ। ग्रामीणों ने हाथ जोड़े कि हम गरीब आदमी हैं, हम पर कहां रखे। बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में ग्रामीणों ने भी फायरिंग करना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में एक बदमाश को गोली लगी और जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद अन्य बदमाश भाग गए। ग्रामीणों को भय था कि बदमाश फिर न लौट आएं तो सभी अपनी अपनी बंदूक लेकर रात भर जागते रहे। शनिवार को दोपहर बारह बजे पुलिस को सूचना की। तब पुलिस मौके पर पहुंची। सूचना मिलने पर एसपी अमित सांघी व एसडीओपी सुधीर सिंह कुशवाह मय फोर्स के मौके पर पहुंचे। बदमाश की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है लेकिन बताया जा रहा है कि राजस्थान का हो सकता है। बदमाशों के आतंक से ग्रामीण काफी भयभीत हैं पुलिस को सूचना करने के बाद भी मदद नहीं करती है।
दमाश के हाथ पर लिखा है रामखिलाड़ी
ग्रामीणों से हुई मुठभेड़ में मारा गया बदमाश राजस्थान का रामखिलाड़ी हो सकता है। उसके हाथ पर रामखिलाड़ी लिखा है। वहीं मुरैना एसपी ने धौलपुर एसपी से रामखिलाड़ी के बारे में चर्चा की है। राजस्थान में रामखिलाड़ी नाम का बदमाश तो है लेकिन अभी स्पष्ट नहीं हैं कि यह रामखिलाड़ी ही हो फिर भी पुलिस संभावना व्यक्त कर रही है कि रामखिलाड़ी हो सकता है। वहीं एक और बदमाश के घायल होने की खबर है क्योंकि काफी दूर तक खून पड़ा मिला है।
गांव में लगाया एक चार का गार्ड
गांव में बदमाशों द्वारा फिर से हमला न कर दिया जाए इसलिए गांव वालों की मांग पर सुरक्षा की दृष्टि से करसा मानपुर गांव में एक चार का पुलिस गार्ड लगा दिया गया है।
पूर्व में बदमाशों द्वारा की गई वारदात
केस- 01 | 10 दिसंबर 2017 की रात को धोंधा के हार में खेतों में पानी दे रहे पांच किसान प्रमोद धाकड़, रमेश ओझा, राकेश कुशवाह, लक्ष्मी गोस्वामी को बंधक बनाकर सशस्त्र बदमाश उनसे सात हजार रुपए वसूल कर ले गए। पांच बदमाश मुंह बंाधे हुए थे। इनमें से दो पर माउजर, दो पर बारह बोर की बंदूक थी। |
केस- 02 | 11 दिसंबर को बदमाशों ने धोंधा में ही राजेन्द्र धाकड़ की मारपीट की। राजेन्द्र ने इसकी रिपोर्ट पहाडगढ़़ थाना पुलिस को की। पुलिस ने मामला तो दर्ज कर लिया था लेकिन अपराधी आज दिनांक चिह्नित नहीं हो पाए हैं। धोंधा गांव में तो आए दिन वारदात होती रहती हैं। पुलिस निष्क्रीय है |
केस- 03 | 20 दिसंबर की रात को धोंधा गांव में श्रीनिवास शर्मा अपनी दुकान में सो रहे थे, तभी बदमाश आए और उनकी दुकान खुलवाई। उनकी मारपीट की और दुकान में रखा सामान व नगदी समेटकर ले गए। इसी रात को एक अन्य घर में बदमाश नगदी, जेवर व सामान समेट कर ले गए। |
केस- 04 | 29 दिसंबर की रात को धोबिनी गांव में पांच सशस्त्र बदमाशों ने बंदूक अड़ाकर रिंकू, संतराम, रामनिवास, महेन्द्र, करन सिंह सभी आदिवासी से मोबाइल छीन लिए। उसके बाद महेन्द्र आदिवासी की दुकान से राशन का सामान समेट कर ले गए। साथ ही पुलिस को रिपोर्ट न करने की धमकी दी। |
केस- 05 | 20-21 जनवरी की दरम्यानी रात करीब दो ढाई बजे सात सशस्त्र बदमाश जड़ेरू गांव की आदिवासी बस्ती में पहुंचे। वहां चरनू आदिवासी की मारपीट की और उसके भानजे श्रीनिवास आदिवासी की जेब से मोबाइल छीनकर ले गए। आदिवासी बस्ती में तीन फायर कर दशहत फैलाई और धमकी दी कि प्रति घर 500 रुपए टैक्स चाहिए, अन्यथा तुम जंगल से लौट नहीं पाओगे। |
करसा मानपुर के बीहड़ में खिरकारी में रह रहे लोगों से कुछ बदमाश चंदा वसूल करने आए थे। उन्होंने फायरिंग की तो ग्रामीणों ने अपनी भरमार (टोपीदार) बंदूक से फायरिंग की तो गोली लगने से एक बदमाश मर गया है। एक और बदमाश घायल हुआ है क्योंकि कुछ दूर तक खून पड़ा मिला है।
अमित सांघी, पुलिस अधीक्षक, मुरैना