सूखे की समस्या से त्रस्त किसानों ने मंगलवार को जिला कलक्टर के नाम उपखण्ड अधिकारी भगवत सिंह देवल को ज्ञापन सौंप क्षेत्र को अकालग्रस्त घोषित कराने की मांग की।
साथ ही चेतावनी दी कि इस दिशा में प्रशासन व सरकार द्वारा तत्काल कार्रवाई नहीं करने पर 2 मार्च से क्षेत्र के किसान आंदोलन करेंगे।
मांड विकास समिति अध्यक्ष श्यामलाल गुड़ली, पूर्व प्रधान भंवरसिंह चौहान, गुलाब पटेल, भरतलाल बैरवा आदि किसानों ने बताया कि प्रशासन को सरकार के नाम कई बार ज्ञापन सौंपकर क्षेत्र को अकालग्रस्त घोषित करने की मांग की गई है, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से ध्यान नहीं दिया जा रहा। इससे किसानों में रोष व्याप्त है।
उन्होंने बताया कि बारिश नहीं होने के कारण पानी का संकट गहराया हुआ है। जंगल में भी जलस्रोत सूखे पड़े हैं, जिससे पशु भी प्यासे भटक रहे हैं। वहीं चारे की भी किल्लत बनी हुई है। किसानों ने रियायती दर पर चारा डिपो खोले जाने के साथ किसानों द्वारा राष्ट्रीयकृत बैंक व ग्राम सेवा सहकारी समितियों से किसान क्रेडिट कार्ड पर लिए ऋण की राशि माफ करने की मांग की।
इससे पहले किसानों ने पंचमुखी बालाजी परिसर में बैठक कर क्षेत्र में अकाल से उत्पन्न समस्या को लेकर चर्चा की। ज्ञापन देने वालों में दुल्हाराम ल्हावद, रणजीत सिंह जीरना, रमेश स्वामी बागौर, छाजूलाल बैरवा, चंदन मिलकसराय आदि विभिन्न गांवों के किसान शामिल थे।