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कश्मीरी हवाओं ने चंबल में बढ़ाई सर्दी, सबसे ठंडी रही यह रात

locationग्वालियरPublished: Nov 20, 2019 05:23:26 pm

Submitted by:

monu sahu

दिन में गर्मी के तेवर तो रात में सर्द हवाओं ने लोगो को कंपकंपाया

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ग्वालियर। मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल संभाग में दो दिनों से लगातार शहर में सर्द हवाएं चल रही हैं। इससे रात के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जा रही है। इस सीजन की सबसे ठंडी रात मंगलवार की रही। रात से चल रही ठंडी हवाओं का असर दिन में भी बना रहा। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय ने बताया कि जन्मू कश्मीर से आ रही हवाओं के कारण ऐसे हालात बन रहे हैं। यह क्रम जारी रहेगा। आने वाले दिनों में और ठंड बढ़ेगी। वहीं बादलों के साफ होने से दिन के तापमान में भी अंतर देखने को मिलेगा। मंगलवार को अधिकतम तापमान 28.7 और न्यूनतम 11.8 डिग्री रहा। सोमवार और मंगलवार को रात के पारे में 1.4 डिग्री का अंतर देखने को मिला।
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एक ही दिन में 1.4 डिग्री गिरा पारा
नवंबर आधा बीत चुका है। शहर में ठंड भी अब अपनी रफ्तार पकड़ रही है। पिछले कई दिनों से रात का तापमान कम होता ही जा रहा है। सोमवार और मंगलवार को रात के पारे में 1.4 डिग्री का अंतर देखने को मिला।
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22 को फिर आएगा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विशेषज्ञ हरविन्द्र सिंह ने बताया की दो से तीन दिन तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रहेगा। ऐसे में न्यूनतम पारा 11-12 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इसके बाद 22 नवम्बर को हिमालय क्षेत्र में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोम की आमद होगी। इससे वहां बर्फबारी का दौर शुरू हो जाएगा। जब तक सर्दी का असर कर रहेगा। इसके बाद सर्द हवाओं के आने से तापमान में और गिरावट होगी। दिसम्बर में ठंड के तेवर तीखे रहेगें।
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लेट होंगे तो गेहूं पिछड़ जाएगा
आंचलिक कृषि अनुसंधान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. बाई.पी. सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की किसान इस समय गेहूं की बुवाई जल्द कर दें तभी फसल में लाभ हो पाएगा क्योंकि गेहूं की फसल सर्दी के मौसम मेें धीरे-धीरे बड़ती है। अगर लेट होंगे तो गेहूं पिछड़ जाएगा तो किसान को पैदावार अधिक नहीं मिलेगी। वहीं जिन किसानों ने सरसों की बोवनी कर दी है और 35 से 40 दिन का समय निकल गया है, वह पहला पानी दे सकते है और यूरिया खाद का छीड़काव मशीन से कर दे 20 किलो खाद एक बिघा में उपयोग करें। मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान अंचल में बादल छाए रहेंगे, बूंदाबादी भी हो सकती है। इससे सर्दी बढ़ेगी।
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