scriptस्कूल के बाहर लगे हरे-भरे पेड़ कटवाए | Cut down green trees outside the school | Patrika News

स्कूल के बाहर लगे हरे-भरे पेड़ कटवाए

locationग्वालियरPublished: Feb 27, 2021 11:27:50 pm

Submitted by:

Vikash Tripathi

शिवपुरी. अक्सर बच्चों को शिक्षक पेड़ों के महत्व के बारे में बताते हैं और कहते हैं कि पेड़ों से हमें जीवनदायिनी ऑक्सीजन मिलती है इसलिए अधिक से अधिक पौधे लगाकर उन्हें पेड़ बनाना चाहिए। लेकिन जब कोई शिक्षक ही अपनी कथनी और करनी में अंतर करें तो फिर क्या होगा। ऐसा ही कुछ मामला शनिवार को जिला मुख्यालय पर स्थित शासकीय एकीकृत कन्या मावि माधव चौक स्कूल परिसर में हुआ। जहां स्कूल प्राचार्य ने विद्यालय की बाउंड्रीवॉल के बाहर लगे हरे भरे पेड़ कटवा दिए।

स्कूल के बाहर लगे हरे-भरे पेड़ कटवाए

स्कूल के बाहर लगे हरे-भरे पेड़ कटवाए

यह हैं पूरा मामला
शहर के हृदय स्थल माधव चौक पर स्थित स्कूल की बाउंड्रीवॉल के बाहर महावीर नगर में इमली के दो बड़े पेड़ लगे हुए थे, जो न केवल पूरी तरह से हरे-भरे थे, बल्कि उनमें बड़ी संख्या में इमलियां भी लगीं हुईं थीं। शनिवार सुबह उक्त पेड़ों को काटने के लिए हैंडकटर मशीन लेकर पेड़ काटने वाला ठेकेदार पहुंच गया। उसने एक हरे-भरे पेड़ं को जड़ से काट कर उसके अलग-अलग तने निकाल रहा था। हरे-भरे पेड़ काटे जाने की सूचना मिलने पर जब मौके पर पत्रिका टीम पहुंची तो वहां पेड़ काट रहे कर्मचारियों ने अपनी जेब से दो कागज निकाले। जिसमें एक कागज स्कूल प्राचार्य द्वारा नगरपालिका को पेड़ काटने की परमिशन के लिए दिया था, जबकि दूसरी नपा की वो रसीद थी, जिसमें एक हजार रुपए लेकर दो हरे-भरे पेड़ों को काटने की परमिशन दे दी। नपा के जिम्मेदारों ने इतनी जहमत भी नहीं उठाई कि वे मौके पर जाकर यह देखते कि पेड़ सूखे हैं या हरे-भरे, अथवा वो स्कूल बाउंड्री के अंदर हैं या बाहर। स्कूल बाउंड्री के बाहर इमली के जिन हरे-भरे पेड़ों को कटवाने की परमिशन के लिए स्कूल प्राचार्य ने नपा को पत्र भेजा था, उसमे यह उल्लेख किया था कि स्कूल परिसर में बरसों पुराने इमली के दो पेड़ लगे हुए हैं, जो अंदर से पूरी तरह खोखले हो चुके हैं। जो कभी भी गिर सकते हैं, जिससे स्कूली बच्चों सहित आमजन को भी खतरा बना हुआ है। इसलिए उक्त पेड़ों को काटे जाने की परमिशन दी जाए। जबकि हकीकत यह है कि उक्त पेड़ न तो स्कूल परिसर में न बाउंड्री के अंदर हैं, बल्कि वो महावीर नगर में एक व्यवसायी के निर्माणाधीन भवन के पास हैं। चर्चा तो यह है कि व्यवसायी ने पेड़ कटवाने के लिए कहा है।
बिना देखे नपा ने
दी पेड़ काटने की परमीशन
स्कूल प्राचार्य ने नगरपालिका को एक पत्र देकर भ्रमित जानकारी दी और हरे-भरे पेड़ों को खोखला बताकर उन्हें काटने की परमीशन मांगी। नपा के जिम्मेदारों ने भी बिना यह देखे कि वो पेड़ हरे-भरे हैं या फिर वो स्कूल बाउंड्री के अंदर हैं, उन्हें काटने की परमीशन दे दी। शहर में हरियाली के दुश्मन बने लकड़ी कारोबारी इसी तरह परमीशन लेकर पुराने हरे-भरे पेड़ काट रहे हैं।
हम अभी दिखवाते हैं
&जिन पेड़ों को काटने की परमीशन मांगी गई है, वो यदि हरे-भरे हैं तो हम उसकी जांच करवाने के लिए अपने कर्मचारी भेजेंगे। यदि पुराने व खोखले पेड़ बताकर परमीशन मांगी गई है, तो यह गलत है।
जीपी भार्गव, प्रभारी सीएमओ नपा शिवपुरी
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो