scriptसिलेंडर से रिसी गैस, चाय बनाने के लिए माचिस जलाने पर धमाका, पत्नी जिंदा जली, पति झुलसा | Cylinder receives gas, blast on match to burn tea to make tea, wife al | Patrika News

सिलेंडर से रिसी गैस, चाय बनाने के लिए माचिस जलाने पर धमाका, पत्नी जिंदा जली, पति झुलसा

locationग्वालियरPublished: Feb 26, 2019 12:28:02 am

उज्जवला योजना में मुफ्त में मिला था सिलेंडरधमाके से पड़ोसी की पाटौर भी चटकी, मायके वाले बोले, बेटी को मार डाला, रात में हुआ था झगड़ा

aag

सिलेंडर से रिसी गैस, चाय बनाने के लिए माचिस जलाने पर धमाका, पत्नी जिंदा जली, पति झुलसा

ग्वालियर. चाय बनाने के लिए माचिस की तीली जलाने पर घर में धमाके के साथ आग लग गई, रसोई में मौजूद महिला जिंदा जल गई, पत्नी को बचाने पति आग से भरी रसोई में घुसा, लेकिन बचा नहीं सका। इस कोशिश में खुद भी झुलस गया। हादसा नयागांव में सुबह तडक़े हुआ, जिस सिलेंडर में धमाका हुआ वह दो महीने पहले ही उज्जवला गैस योजना के तहत परिवार को दिया गया था। पांच दिन पहले उसका इस्तेमाल शुरू किया था। आग से पाटौर भी क्षतिग्रस्त हुई है। उधर महिला के मायके वाले घटना को साजिश मान रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेटी को प्लानिंग से मारा गया है। रात में बेटी और दामाद में झगड़ा हुआ था। सुबह उसके साथ घटना हुई है।
चंद्रभान परिहार निवासी क्रेशर कॉलोनी, पनिहार ने बताया चाचा पकंज परिहार के घर में सुबह गैस सिलेंडर से गैस रिसने पर आग लगी और धमाका हो गया। घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है। उस वक्त पंकज (28) बेटी अनुसुइया (4) और मां कैलाशी बाई (60) के साथ घर के बाहर चबूतरे पर बैठे थे। चाची रीना (25) इन सबके लिए चाय बनाने रसोई में गईं थीं। पांच दिन पहले गैस में उज्जवला योजना के तहत मुफ्त में मिला सिलेंडर फिट किया था। उसमें से ही गैस रिसी है। सुबह जब परिवार के लोग जागे थे तब घर से गैस की बदबू आ रही थी। लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। आशंका है सिलेंडर से रात भर से गैस रिसती रही है। सुबह चाची ने रसोई में जाकर माचिस जलाई तो आग भडक़ी, कुछ पल बाद धमाका हो गया। रीना की जिंदा जलने से मौत पर पनिहार पुलिस मर्ग कायम कर घटना की जांच कर रही है।
उधर रीना के मायके वालों को शक है कि घटना का दूसरा पहलू कुछ और हो सकता है। रीना के साथ साजिश हुई है। उसे मारा गया है।
बातों में अंतर
घर में आग कैसे लगी पंकज और परिजन की बातों में अंतर है। चंद्रभान के मुताबिक घटना के वक्त पंकज, बेटी और बुजुर्ग मां के साथ घर के बाहर बैठा था। रीना चाय बनाने गई तब हादसा हुआ। जबकि पंकज के मुताबिक वह घर के दूसरे कमरे में था। उस वक्त आग लगी थी। उसकी बेटी दादी के पास थी।
आंखों की रोशनी जा चुकी है
पकंज परिहार की कुछ साल पहले आंखों की रोशनी जा चुकी है। उसे दिन में हल्का दिखता है, लेकिन शाम ढलने पर किसी की मदद से चलना फिरना पड़ता है। इसलिए पंकज घर के बाजू में किराने की दुकान चलाकर गुजर बसर करता है। रीना से उसकी शादी करीब छह साल पहले हुई थी। रसोई में आग लगने पर रीना उसमें फंस गई। रीना की चीख सुनकर पंकज उसे बचाने के लिए पकंज भागकर रसोई में घुस गया। तब तक रीना के शरीर में आग लग चुकी थी। पूरी रसोई आग से भरी थी। पत्नी को बचाने में पंकज के पैर झुलस गए। चीख पुकार सुनकर पड़ोसी भी आ गए। पंकज को लोगों ने खींचकर बाहर निकाला। चंद्रभान के मुताबिक आग से सिलेंडर में धमाका हुआ था उसमें करीब चार इंच का गड्ढा हो गया। इससे रसोई की छत पर रखी टीन भी भराभर कर गिर गई। पड़ोसी की पाटौर भी चटख गई।
इन बिंदुओं पर जांच
ठ्ठ पंकज और रीना का मकान छोटा है, सिलेंडर अंदर पाटौर में बनी रसोई में रखा था। रात भर से सिलेंडर से गैस रिसी तो परिवार इससे बेखबर क्यों रहा।
ठ्ठ उज्जवला योजना के तहत मुफ्त में किस क्वालिटी के सिलेंडर बांटे जा रहे हैं। पीडि़त परिवार सिलेंडर में रेग्यूलेटर फिट करने वाले नोजल के पास करीब चार इंच का गड्ढा होना बता रहा है।
आठ दिन में दूसरा हादसा
गैस सिलेंडर में आग लगने की दूसरी घटना। 18 फरवरी को विनय नगर सेक्टर दो में मजदूर भारत सिंह कुशवाह के घर में रसोई गैस सिलेंडर से गैस रिसने पर धमाका हुआ था। इसमें भारत, उनकी पत्नी बसंती सहित नादान बेटा अर्जुन जिंदा जल गए थे।
आग बुझाने के लिए ढोहते रहे पानी
घर में आग लगने और रीना के जिंदा जलने से गांव में सनसनी फैल गई। लोग बाल्टियों में पानी भरकर आग पर फेंकते रहे, लेकिन इससे ज्यादा असर नहीं हुआ। गांववालों ने घटना की सूचना दमकल को दी, लेकिन जब तक गाड़ी आई आग ने पूरा घर खाक कर दिया।

ट्रेंडिंग वीडियो