ग्वालियर करोना कॉल के चलते कई लोग सरकारी अस्पताल की जगह निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं हेल्थ केयर को दुरुस्त रखने के लिए लेकर लेकिन वहां भी संक्रमण ने उनका पीछा नहीं छोड़ा 60 वर्षीय मृदुला जेटली ने आज निजी अस्पताल कल्याण हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया जिसका की बिना प्रशासनिक अफसर और ना ही कोई वरिष्ठ निगम का अधिकारी आए बिना छोटे कर्मचारियों ने ही उनका दाह संस्कार कर दिया यह आज का वाक्य बहुत निंदनीय रहा जहां कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था और ना ही उनके परिजन आ पाए क्योंकि वह भी करोना संक्रमण से ग्रस्त उसी अस्पताल में भर्ती हैं
ग्वालियर करोना कॉल के चलते कई लोग सरकारी अस्पताल की जगह निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं हेल्थ केयर को दुरुस्त रखने के लिए लेकर लेकिन वहां भी संक्रमण ने उनका पीछा नहीं छोड़ा 60 वर्षीय मृदुला जेटली ने आज निजी अस्पताल कल्याण हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया जिसका की बिना प्रशासनिक अफसर और ना ही कोई वरिष्ठ निगम का अधिकारी आए बिना छोटे कर्मचारियों ने ही उनका दाह संस्कार कर दिया यह आज का वाक्य बहुत निंदनीय रहा जहां कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था और ना ही उनके परिजन आ पाए क्योंकि वह भी करोना संक्रमण से ग्रस्त उसी अस्पताल में भर्ती हैं
ग्वालियर करोना कॉल के चलते कई लोग सरकारी अस्पताल की जगह निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं हेल्थ केयर को दुरुस्त रखने के लिए लेकर लेकिन वहां भी संक्रमण ने उनका पीछा नहीं छोड़ा 60 वर्षीय मृदुला जेटली ने आज निजी अस्पताल कल्याण हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया जिसका की बिना प्रशासनिक अफसर और ना ही कोई वरिष्ठ निगम का अधिकारी आए बिना छोटे कर्मचारियों ने ही उनका दाह संस्कार कर दिया यह आज का वाक्य बहुत निंदनीय रहा जहां कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था और ना ही उनके परिजन आ पाए क्योंकि वह भी करोना संक्रमण से ग्रस्त उसी अस्पताल में भर्ती हैं
ग्वालियर करोना कॉल के चलते कई लोग सरकारी अस्पताल की जगह निजी अस्पतालों में भी इलाज करवा रहे हैं हेल्थ केयर को दुरुस्त रखने के लिए लेकर लेकिन वहां भी संक्रमण ने उनका पीछा नहीं छोड़ा 60 वर्षीय मृदुला जेटली ने आज निजी अस्पताल कल्याण हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया जिसका की बिना प्रशासनिक अफसर और ना ही कोई वरिष्ठ निगम का अधिकारी आए बिना छोटे कर्मचारियों ने ही उनका दाह संस्कार कर दिया यह आज का वाक्य बहुत निंदनीय रहा जहां कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था और ना ही उनके परिजन आ पाए क्योंकि वह भी करोना संक्रमण से ग्रस्त उसी अस्पताल में भर्ती हैं