मेला के बजाए शोरूम से बेच रहे गाडिय़ां
ग्वालियरPublished: Jan 30, 2019 06:37:56 pm
श्रीमंत माधवराव सिंधिया व्यापार मेला में परिवहन विभाग ने इस बार ५० प्रतिशत की छूट प्रदान की है। यह छूट सिर्फ मेला में लगे शोरूम और यहां से बेची जाने वाली गाडिय़ों के लिए ही है। लेकिन शहर के वाहन विक्रेता द्वारा नियमों को ठेंगा दिखाकर मेला के बजाए शहर में बनाए गए शोरूम से ही वाहनों को बेचा जा रहा है।
मेला के बजाए शोरूम से बेच रहे गाडिय़ां
वाहनों की डिलेवरी भी मेला की बजाए शोरूम से की जा रही है। जबकि परिवहन विभाग की स्पष्ट गाइडलाइन थी कि छूट सिर्फ मेला में जो शोरूम हैं उन पर ही होगी। पत्रिका एक्सपोज ने किए स्टिंग से इस बात का खुलासा हुआ है। शहर के कुछ विक्रेताओं ने जहां डिलेवरी मेला से ही करने की बात कही तो वहीं कुछ ने शोरूम से ही डिलेवरी देने की बात कही।
ग्वालियर व्यापार मेला बीते कुछ सालों से अपनी पहचान खोते जा रहा है। लगातार सैलानियों की संख्या और राजस्व में भी कमी आ रही थी। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह ऑटोमोबाइल सैक्टर न लगना रहा है। दरअसल शासन द्वारा दी जाने वाली छूट बीते 10 साल में नहीं दी गई। इस साल कांग्रेस की सरकार बनते ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री से ऑटोमोबाइल सैक्टर को बढ़ावा देने के लिए रोड टैक्स में छूट देने की सिफारिश की थी। जिस पर अमल करते हुए शासन ने ५० प्रतिशत रोड टैक्स में छूट प्रदान की। यही कारण है कि मेला में ११ साल बाद ऑटोमोबाइल सैक्टर लगा। ऑटोमोबाइल सैक्टर में कई शोरूम तो पूरे ढंग से तैयार भी नहीं हुए।
सैलानियों को आकर्षित करने दी छूट
बीते कुछ सालों में मेला की रंगत कम हो गई थी। दरअसल ऑटोमोबाइल सेक्टर नहीं लगने से सैलानियों की संख्या लगातार कम हो रही थी। मेला को फिर से नया स्वरूप देने के लिए ही रोड टैक्स में छूट दी गई। जिससे सैलानी मेला में आएं। लेकिन शोरूम संचालकों द्वारा मेला परिसर में सही ढंग से शोरूम भी तैयार नहीं किए और मेला के बजाए अपने शोरूम से ही गाडिय़ों को बेच रहे हैं। ऐसे में जो सैलानी मेला पहुंचना चाहिए थे वह शोरूम से ही वाहनों की खरीद कर रहे हैं।
मेला में बनाया है कार्यालय
परिवहन विभाग के अनुसार जो भी वाहन मेला से उठेंगे उन्हीं पर रोड टैक्स पर छूट दी जाएगी। मेला परिसर में ही परिवहन विभाग का कार्यालय बनाया गया है जहां से कागजी कार्रवाई पूरी की जा सके। लेकिन शहर के कई शोरूम संचालकों द्वारा मनमानी की जा रही है। मेला के शोरूम के बजाए यह लोग शोरूम से ही गाडिय़ां बेच रहे हैं। परिवहन विभाग के अनुसार २९ जनवरी तक ३२५० वाहनों की बिक्री हुई है। जिसमें २१७० दोपहिया वाहन हैं जबकि ९५० चार पहिया, ८० लोडिंग और ५० ऑटो रिक्शा शामिल हैं।
इनका कहना
रोड टैक्स में जो छूट दी गई है वह सिर्फ मेला के लिए ही है। मेला में स्थित परिवहन कार्यालय से ही इन वाहनों की रजिस्ट्रेशन कार्रवाई की जाती है। इन सभी वाहनों का पंजीयन मेला से ही हो रहा है। सिर्फ उन्हें ही छूट मिलेगी।
रिंकू शर्मा, एआरटीओ