जेएएच सेंट्रल विंडो प्रभारी 19 कंप्यूटर ऑपरेटरों के उपस्थिति पत्रक के सत्यापन के लिए मांग रहा था रिश्वत, मिली जेल
ग्वालियरPublished: Sep 13, 2019 08:13:49 pm
दस हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए जयारोग्य चिकित्सालय समूह के सेंट्रल विंडो प्रभारी भूपेश वर्मा को विशेष न्यायालय ने दोषी पाते हुए चार साल..
जेएएच सेंट्रल विंडो प्रभारी 19 कंप्यूटर ऑपरेटरों के उपस्थिति पत्रक के सत्यापन के लिए मांग रहा था रिश्वत, मिली जेल
ग्वालियर. दस हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए जयारोग्य चिकित्सालय समूह के सेंट्रल विंडो प्रभारी भूपेश वर्मा को विशेष न्यायालय ने दोषी पाते हुए चार साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है। वर्मा पर दस हजार रुपए का जुर्माना भी किया गया है।
भ्रष्टाचार निवारण कोर्ट ने आरोपी भूपेश वर्मा को यह सजा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 के अपराध में सुनाई है। इसके अलावा उसे धारा 7 के अपराध में तीन साल के कारावास की सजा भी सुनाई है। विशेष लोक अभियोजक अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने प्रकरण की जानकारी देते हुए बताया कि शर्मा सिक्युरिटी एजेंसी के जयारोग्य में 19 कंप्यूटर डाटा एंट्री ऑपरेटर कार्यरत थे। जिनका मार्च 2014 व अप्रैल 15 का वेतन भुगतान नहीं हुआ था। एजेंसी के संचालक संजीव शर्मा ने जेएएच के रजिस्ट्रार से इसकी शिकायत की। शिकायत पर जेएएच प्रशासन पर कोई असर नहीं हुआ। आरोपी भूपेश वर्मा ने इन कर्मचारियों के वेतन भुगतान के उपस्थिति पत्रक के सत्यापन के लिए एवं वेतन भुगतान की नस्ती वरिष्ठ अधिकारियों को अनुशंसा उपरांत भेजने के लिए दस हजार रुपए की मांग की। शर्मा ने इसकी शिकायत 18 मई 15 को एसपी लोकायुक्त से की। लोकायुक्त पुलिस ने रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि के बाद 20 मई 15 को आरोपी भूपेश वर्मा को माधव डिस्पेंसरी में दस हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। रिश्वत की राशि आरोपी के पास से बरामद की गई।