– अभी तक करीब 339 मरीज डेंगू के मिले हैं, जिनका उपचार चल रहा है।
-डेंग से हाई रिस्क वाले क्षेत्र कौन- कौन से हैं और वहां रोकथाम के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं ?
– वार्ड क्रं 3,4, 18,19 और 20 वाले क्षेत्र हाई रिस्क वाले हैं, जहां पर पिछले वर्ष की अपेक्षा 70 प्रतिशत तक गिरावट हुई है। फिर भी यहां पर विशेष तौर पर अभियान चलाकर लार्वा के लिए सर्वे कराया जा रहा है, साथ ही फॉगिंग भी कराई जा रही है।
– डेंगू के खात्मे को लेकर विभाग ने क्या कार्य योजना बनाई है ?
– डेंगू का पूरी तरह से खात्मा तो मुश्किल ही है, क्योंकि अभी तक ऐसी कोई वैक्सीन नहीं बनी है। हालांकि इसके कंट्रोल के इंतजाम जरूर किए जा सकते हैं। इसके लिए ही सतत निगरानी बनाए रखे हुए हैं, साथ ही ऐसे क्षेत्रों में अभियान भी चला रहे हैं।
– कई वार्डों में न तो सर्वे हुआ है और न ही फॉगिंग की गई है?
– हमारी ओर से तो सभी जगह सर्वे कार्य कराया जा रहा है, लेकिन कई क्षेत्रों में लोग सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसके लिए लोगों को जागरुकता दिखानी होगी। हम तो सभी से कह रहे हैं कि पानी को ज्यादा दिनों तक नहीं रखा जाए, लोग क्या पानी को पूरी तरह से खत्म नहीं करते हैं और बदलते रहते हैं। इसके लिए लोगों को गंभीरता दिखानी होगी।