निरीक्षण के दौरान मंत्री माया सिंह ने पानी और शुद्धिकरण की प्रक्रिया को देखा। अधिकारियों ने मौके पर ही सैंपल लेकर लैब में टेस्ट किया। पानी में किसी भी प्रकार की कमी नहीं मिली। मंत्री ने भी पानी में किसी प्रकार की कमी न होने की बात कहकर अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी।
हालांकि, उन्होंने यह जरूर कहा कि क्षेत्र में कहीं लीकेज के कारण गंदा पानी आ रहा है, या फिर गंदे पानी की शिकायत आती है, तो उसका तत्काल निराकरण किया जाए। निरीक्षण के दौरान महापौर विवेक शेजवलकर, जीडीए अध्यक्ष अभय चौधरी, सभापति राकेश माहौर, कलेक्टर अशोक वर्मा, निगमायुक्त विनोद शर्मा, पीएचई अधीक्षण यंत्री आरएलएस मौर्य आदि मौजूद थे।
चार दिन पहले ही जल शोधन यंत्र से होने वाली सफाई में लापरवाही बरते जाने की बात उजागर हुई थी, अब जब मंत्री निरीक्षण के लिए पहुंचीं तो सब ठीक मिला। ऐसा प्रतीत होता है मंत्री को सब ठीक दिखाने के लिए प्लांट पर आनन फानन में व्यवस्थाएं की गईं।
निरीक्षण के दौरान महापौर विवेक शेजवलकर ने कहा कि बारिश में पानी की शुद्धता पर विशेष फोकस रहना चाहिए। शहर में वितरित किया जाने वाला जल किसी भी प्रकार से दूषित नहीं होना चाहिए।
जल बिल्कुल शुद्ध: आयुक्त निरीक्षण के दौरान निगमायुक्त विनोद शर्मा ने बताया कि शहर में वितरित किया जा रहा जल पूरी तरह शुद्ध है, इसके बावजूद कहीं से शिकायत आती है तो तत्परता से ठीक कराया जाता है।