ट्रेनों व प्लेटफार्म पर अव्यवस्था, लापरवाही किसकी?
ग्वालियरPublished: Aug 02, 2019 02:07:24 am
रेलवे स्टेशन पर अव्यवस्था के चलते यात्रियों की सुरक्षा भगवान भरोसे रहती है। अपराधी किस्म के लोग कब वारदात को अंजाम दे दें कोई गारंटी नहीं है।
ट्रेनों व प्लेटफार्म पर अव्यवस्था, लापरवाही किसकी?
ग्वालियर. रेलवे स्टेशन पर आगजनी की घटना के तीन माह बाद भी व्यवस्थाओं में सुधार नहीं दिख रहा है। सीसीटीवी कैमरे बंद होने से अपराधियों के फुटेज नहीं आ पाते हैं। डिस्प्ले बोर्ड भी आए दिन बंद हो जाते हैं, जिससे यात्रियों को अपने कोच के संबंध में जानकारी नहीं मिल पाती है। ट्रेनों में प्राइवेट वेंडरों की मनमानी खुलेआम देखी जा सकती है, जो रेलवे प्रबंधन द्वारा निर्धारित कंपनियों के प्रोडक्ट न बेचकर अन्य कंपनियों के प्रोडक्ट बेच रहे हैं। कई प्राइवेट वेंडरों द्वारा ट्रेनों में खाना भी सप्लाई किया जा रहा है। यह रेलवे अधिकारियों के सामने ही सब कुछ कर रहे हैं, फिर भी अधिकारी कार्रवाई नहीं करते हैं। इस संबंध में रेलवे झांसी मंडल के पीआरओ मनोज कुमार से पत्रिका एक्सपोज की चर्चा।
? स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे अभी तक चालू क्यों नहीं हो पाए हैं।
– इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों से जानकारी ली जाएगी कि अभी तक कैमरे क्यों बंद हैं। इसके पश्चात कैमरे शीघ्र चालू कराने की व्यवस्था की जाएगी।
? रेलवे स्टेशन के सर्कुलेङ्क्षटग क्षेत्र में वाहन खड़े करने वालों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है?
– सर्कुलेटिंग क्षेत्र में कोई भी वाहन खड़ा नहीं हो सकता है। इस संबंध में स्थानीय अधिकारियों को पहले से ही निर्देशित किया जा चुका है, इसके बावजूद अगर वाहन खड़े हो रहे हैं तो कार्रवाई के लिए निर्देश दिए जाएंगे।
? ट्रेनों में पैसे लेकर बिना जांच पड़ताल किए पार्सल ले जाने वाले वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है?
– इस संबंध में शिकायतकर्ता का अभाव रहता है, फिर भी प्रयास यही किए जाते हैं कि प्राइवेट वेंडरों के बारे में जानकारी लगाई जाए, जो वेंडर ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है उसके खिलाफ कार्रवाई कर उसे हटा दिया जाता है।
? ट्रेनों में दूसरी कंपनियों के प्रोडक्ट बेचने वाले प्राइवेट वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती है?
– इस संबंध में पूर्व में भी कई बार शिकायत मिल चुकी है, जिस पर काफी संख्या में वेंडरों के खिलाफ कार्रवाई भी की गई है। कार्रवाई निरंतर जारी रहेगी और जो भी वेंडर दूसरी कंपनी का प्रोडक्ट बेचते हुए मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।