प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 5 अप्रैल को दीपक, मोमबत्ती जलाने के आह्वान का मजाक उड़ाने का महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह तोमर को खामियाजा भुगतना पड़ा है। शासन ने फेसबुक पोस्ट को मप्र सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन मानते हुए उन्हें शनिवार को उन्हें निलंबित कर दिया। विभाग के उप सचिव पीके ठाकुर के हस्ताक्षर से निलंबन आदेश जारी हुए हैं। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय संभागायुक्त कार्यालय ग्वालियर रहेगा।
अधिकारी के पोस्ट की शिकायत शासन तक पहुंची। विवाद बढ़ने के अधिकारी सुरेश तोमर ने अपने सभी विवादित पोस्ट को डिलीट कर दिया। मगर सीएम इसे लेकर गंभीर थे। कई लोगों ने शिकायत में स्क्रीन शॉट भी भेजा था। शनिवार को दोपहर में विभाग के उप सचिव पीके ठाकुर ने निलंबित करने का आदेश जारी कर दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह तोमर ने अपने फेसबुक पेज पर तीन पोस्ट करते हुए पीएम मोदी की अपील का मजाक उठाया था। उन्होंने अपनी पहली पोस्ट में लिखा था- सरजी आप को एक बार में ही शेड्यूल बता दो। कब क्या बुझाना है हम करते रहेंगे बराबर (क्योंकि अक्ल को हम में है नहीं)।
महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह तोमर ने अपनी दूसरी पोस्ट में लिखा था- भाड़ में जाए कोरोना क्राइसिस मैनेजमेंट। मेरे लिए तो यह लिटमस टेस्ट है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह तोमर ने इसके बाद तीसरी पोस्ट की। उन्होंने अपनी तीसरी पोस्ट में लिखा- सरजी आप तो कोरोना के मजे ले रहे हो।
ये पहला मौका नहीं था जब महिला एवं बाल विकास विभाग के संयुक्त संचालक सुरेश सिंह तोमर ने पीएम मोदी की अपील पर टिप्पणी की हो। इससे पहले भी जनता कर्फ्यू के दौरान भी पीएम मोदी की अपील पर उन्होंने लिखा था- लो फेर दिया पानी पूरे दिन के जनता कर्फ्यू पर और बजवा लो थाली और ताली।
प्रधानमंत्री ने देश की जनता को एक वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा था- 5 अप्रैल को रात 9 बजे, 9 मिनट पर सभी लाइटें बंद कर अपने घर के दरवाजे या बालकनी में दीपक, मोमबत्ती, मोबाइल की फ्लैश या टॉर्च से रोशनी करने का आह्वान करें।