संभागायुक्त एमबी ओझा पदभार ग्रहण करने के बाद गुरुवार को पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि संभागायुक्त का काम विकास सहित सभी स्थानों पर चल रही योजनाओं की मॉनीटरिंग करना होता है। वह स्वयं योजनाओं को जाकर देखेंगे और प्रयास करेंगे कि योजनाएं समय पर पूरी हों जिससे उसका लाभ जनता को समय पर मिल सके। ग्वालियर में सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल है यहां की व्यवस्थाओं को सुधारने की जिम्मेदारी उनकी है और यह प्रयास भी है कि लोगों को समय पर दवाएं भी मिलें।
शहरों के साथ साथ वह ग्रामीण क्षेत्र में सडक़, स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर ध्यान देंगे। वहीं जहां खराब काम हुआ है वहां पर ठेकेदार के विरुद्ध कार्रवाई कर टेंडर निरस्त कर दूसरे को काम का मौका देंगे। मिलावट खोरों के खिलाफ चल रही कार्रवाई को लेकर पूछे जाने पर संभागायुक्त ओझा ने कहा कि मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होना चाहिये।
वहीं सांची का जो दूध आ रहा है क्या उसका भी अन्य चिलर प्लांटों पर लिए गए सैंपल जैसे सैंपल लिया जाएगा के जवाब में संभागायुक्त ने कहा कि हां उसकी भी सैंपलिंग करा लेंगे क्योंकि जो दूध चिलर से आ रहा है वहां भी मिलावट पाई गई है। विभागों में तालमेल ना होने से योजनाओं के पिछडऩे के बारे मे पूछे जाने पर उन्होंने कहा उनका प्रयास रहेगा कि सभी विभागों मे सही तालमेल रहे और विकास के कार्य समय पर पूरे हों। साथ ही गुणवत्ता में भी कमी ना रहे।
लंबित प्रकरणों के निराकरण का होगा प्रयास
संभागायुक्त ओझा ने लंबित राजस्व मामलों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह दो साल से लंबित प्रकरणों को या जो न्यायालयों में हैं उनका भी शीघ्र निराकरण कराने का प्रयास करेंगे। साडा विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण की दयनीय स्थिति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उसकी कल्पना कोरी कल्पना रह गई है वह जल्द ही दिल्ली सहित अन्य स्थानों पर लोगों से बात कर साडा को विकसित कर नई योजना बनाकर उसकी रिकवरी को पूरा करेंगे। साडा को अन्य विभाग में मर्ज करने के बारे में उन्होंने कहा कि ऐसा अभी कोई प्रस्ताव नहीं है। जन शिकायतें लंबित नहीं रहें इसके लिये वह समस्या के निराकरण को प्राथमिकता देंगे।