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रटे नहीं समझकर पढ़ें और फिर लिखने की हैबिट बनाएं

locationग्वालियरPublished: May 21, 2020 10:12:47 am

Submitted by:

Mahesh Gupta

2 जुलाई को होगा हिंदी पेपर

रटे नहीं समझकर पढ़ें और फिर लिखने की हैबिट बनाएं

रटे नहीं समझकर पढ़ें और फिर लिखने की हैबिट बनाएं

ग्वालियर.

हिंदी एग्जाम में अभी काफी समय है। स्टूडेंट्स अपना कोर्स तैयार कर चुके हैं। अब उन्हें रिवीजन पर फोकस करना चाहिए। यह रिवीजन लिखकर करें। इससे लिखने की स्पीड भी तेज होगी। हालांकि काफी गैप के कारण आप चीजें भूल भी गए होंगे। इसलिए दोबारा पढ़ें। याद रखें कोई भी पैराग्राफ रटे नहीं बल्कि समझें और फिर उसे अपने शब्दों में लिखें। इससे आप अच्छे माक्र्स गेन कर पाएंगे।

बेवजह लिखने से बचें
क्वेश्चन में जो पूछा गया है, वे पॉइंट के हिसाब से आंसर दें। अधिक लिखने से बचें। क्योंकि टीचर के पास भी पढऩे के लिए अधिक समय नहीं होता। छोटा लिखें, जो रचनात्मक हो। याद रखें आपकी पैराग्राफ राइटिंग क्रिएटिव होनी चाहिए। आलेख में पूरे नंबर मिलते हैं। इसे अच्छे से तैयार करें। पत्र लेखन के फॉर्मेट को पहले समझ लें और बेवजह लिखने से बचें।

अच्छे से तैयार करें गद्य और पद्य
टोटल 80 माक्र्स का पेपर होगा। इसमें अनुच्छेद लेखन 5 नंबर, फीचर 3 नंबर। नाटक कविता पर आधारित प्रश्न 3 नंबर, सम्पादकीय के ऊपर प्रश्न 3 नंबर, पत्र लेखन 5 नंबर व्यंग संचार आधारित प्रश्न 5 नंबर के होंगे। इसके साथ ही अनसीन पैसेज गद्य 12 नंबर का आएगा, जबकि पद्य 4 नंबर का होगा। आरोह में दो पार्ट हैं गद्य और पद्य। गद्य में पढ़े हुए पाठ से तीन क्वेश्वचन 6 नंबर के आएंगे। इसके अलावा 3-3 नंबर के तीन और एक नंबर का एक क्वेश्चन आएगा। पद्य में कविता पर आधारित क्वेश्चन 6 नंबर के तीन आएंगे। वितान सहायक पुस्तिका से 3 क्वेश्चन 4-4 नंबर के आएंगे।

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