भिंड जिले के दोबाहा गांव में रहने वाले आशीष शर्मा पुत्र रामजीलाल को खेत पर करंट लग गया। युवक चारा लेने के लिए खेत पर गया हुआ था। परिवार के लोग आशीष को लेकर सरकारी अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसका चैकअप किया और नब्ज न मिलने पर उसे मृत घोषित कर दिया। परिवार ने जैसे ही मौत की खबर सुनी अस्पताल में ही मातम पसर गया। डेड बॉडी को पीएम हाउस भेज दिया गया। तभी लोगों ने आशीष की बॉडी में हलचल देखी और सांस चलती देख फिर से अस्पताल लेके दौड़े। लोगों के कहने पर पुन चैकअप किया गाय तथा डॉक्टरों ने फिर से युवक को मृतक घोषित कर दिया। परिवार के लोगों ने डॉक्टरों पर लापरवाही से इलाज करने का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा बढ़ता देख देहात थाना पुलिस प्रभारी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। डॉक्टरों ने कहा कि हमने सही से इलाज किया था परंतु युवक की मौत करंट लगने से हो गई थी। हमने कोई गलती नहीं कि है वहीं आशीष के परिवार के लोगों का कहना है कि हमारे बेटे की सांस चल रही थी यदि डॉक्टर लापरवाही नहीं दिखाते तो आज आशीष हमारे साथ होता।
घटना से गुंस्साए लोगों ने दबोहा वाईपास पर डेड बॉडी रख कर हंगामा शुरू कर दिया। देखते ही देखते 3 किमी लंबा जाम एनएच 52 पर लग गया है। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे अटेर एसडीएम सिद्धार्थ पटेल परिवार के लोगों ने मिलने से मना कर दिया। भिंड एसपी भी जाम खुलवाने को कहा और लोगों को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिवार के लोग भिंड कलेक्टर से मिलने की जिद पर अड़े हैं उसका कहना है कि कलेक्टर को बुलाया जाए और लापरवाह डॉक्टरों पर केस दर्ज किया जाए। भिंड सीएसपी आलोक शर्मा मृतकों के परिजनों को जाम खुलवाने के लिए बोाला तो मृतकों के परिजनों का कहना है जब तक कलेक्टर साहब नहीं आ जाते और मुआवजा नहीं मिल जाता तब तक जाम नहीं खोलेंगे
लोगों हो रहे परेशान : सुबह 9 बजे से लगे इस जाम को 5 घंटे होने को आ गए हैं लेकिन जाम नहीं खुल सका है। जिसके कारण लोग गाडिय़ों से उतर कर पैदल सफर कर रहे हैं।