scriptकोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के बाद भी अलर्ट नहीं हुए डॉक्टर | Doctors not alert even after getting suspected patient of corona virus | Patrika News

कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के बाद भी अलर्ट नहीं हुए डॉक्टर

locationग्वालियरPublished: Feb 03, 2020 12:32:42 am

Submitted by:

Rahul rai

अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड भी नहीं बनाया गया है। हालात यह हैं कि ओपीडी में जो भी मरीज आते हैं, उन सभी का इलाज एक साथ ही किया जा रहा है।

कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के बाद भी अलर्ट नहीं हुए डॉक्टर

कोरोना वायरस का संदिग्ध मरीज मिलने के बाद भी अलर्ट नहीं हुए डॉक्टर

ग्वालियर। मुरार जिला अस्पताल में तीन दिन पहले कोराना वायरस का संदिग्ध मरीज आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हडक़ंप मच गया था, इसके बाद भी डॉक्टर और अधिकारी अलर्ट नहीं हुए हैं। अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड भी नहीं बनाया गया है। हालात यह हैं कि ओपीडी में जो भी मरीज आते हैं, उन सभी का इलाज एक साथ ही किया जा रहा है।
कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज का इलाज जेएएच में चल रहा है। लेकिन जिला अस्पताल में यह मरीज आने के बाद यहां जिम्मेदारों ने ऐसी व्यवस्थाएं नहीं की हैं, जिससे कोरोना वायरस का कोई मरीज आ जाए तो उसके लिए व्यवस्था की जा सके। यहां मुरार सहित आसपास के काफी बड़े क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं।
मॉक ड्रिल से करेंगे जागरूक
जिला अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ और मरीजों को मॉक ड्रिल के माध्यम से कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं? इससे कैसे बचा जा सकता है? साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीज के साथ कैसा व्यवहार करना है, इसके बारे में बताया जाएगा।
आइसोलेशन वार्ड बनेगा
मुरार जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू वार्ड में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। सोमवार को यह काम पूरा कर लिया जाएगा। अगर कोई मरीज आता है तो उसे यहां रखा जाएगा।
जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से लडऩे के लिए डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ को भी मॉक ड्रिल के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। साथ ही आइसोलेशन वार्ड भी बनाया जाएगा, जिससे मरीजों को परेशानी न आए।
डॉ. डीके शर्मा, सिविल सर्जन
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