कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीज का इलाज जेएएच में चल रहा है। लेकिन जिला अस्पताल में यह मरीज आने के बाद यहां जिम्मेदारों ने ऐसी व्यवस्थाएं नहीं की हैं, जिससे कोरोना वायरस का कोई मरीज आ जाए तो उसके लिए व्यवस्था की जा सके। यहां मुरार सहित आसपास के काफी बड़े क्षेत्र से प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं।
मॉक ड्रिल से करेंगे जागरूक
जिला अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ और मरीजों को मॉक ड्रिल के माध्यम से कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं? इससे कैसे बचा जा सकता है? साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीज के साथ कैसा व्यवहार करना है, इसके बारे में बताया जाएगा।
जिला अस्पताल में डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ और मरीजों को मॉक ड्रिल के माध्यम से कोरोना वायरस जैसी गंभीर बीमारी के बारे में बताया जाएगा। इसके लिए कोरोना वायरस के लक्षण क्या हैं? इससे कैसे बचा जा सकता है? साथ ही अस्पताल में आने वाले मरीज के साथ कैसा व्यवहार करना है, इसके बारे में बताया जाएगा।
आइसोलेशन वार्ड बनेगा
मुरार जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू वार्ड में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। सोमवार को यह काम पूरा कर लिया जाएगा। अगर कोई मरीज आता है तो उसे यहां रखा जाएगा।
मुरार जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू वार्ड में कोरोना वायरस के मरीजों के लिए व्यवस्थाएं की जाएंगी। सोमवार को यह काम पूरा कर लिया जाएगा। अगर कोई मरीज आता है तो उसे यहां रखा जाएगा।
जिला अस्पताल में कोरोना वायरस से लडऩे के लिए डॉक्टरों के साथ अन्य स्टाफ को भी मॉक ड्रिल के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। साथ ही आइसोलेशन वार्ड भी बनाया जाएगा, जिससे मरीजों को परेशानी न आए।
डॉ. डीके शर्मा, सिविल सर्जन
डॉ. डीके शर्मा, सिविल सर्जन