उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने कहा है कि वह जेएनयू छात्र संघ के गिरफ्तार अध्यक्ष कन्हैया कुमार की अदालत में पैरवी करने के लिए तैयार हैं क्योंकि उसे गलत तरीके से फंसाया गया है।
गौरतलब है कि कन्हैया कुमार को विश्वविद्यालय में कथित तौर पर भारत विरोधी
नारे लगाने के कारण गिरफ्तार किया गया है। उस पर देशद्रोह और आपराधिक साजिश
के आरोप लगे हैं।
भूषण ने कन्हैया को एक अच्छा नेता बताते हुए कहा कि मैं आम तौर पर उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय में व्यस्त रहता हूं, लेकिन यदि जरूरत हुई तो मैं उसकी पैरवी करूंगा।
आपको बता दें कि भूषण और योगेंद्र यादव द्वारा बनाया गया संगठन स्वराज अभियान जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों का समर्थन कर रहा है जो देशद्रोह के आरोप में कुमार की गिरफ्तारी के मद्देनजर आंदोलन कर रहे हैं।
समूह के एक अन्य नेता प्रोफेसर आनंद कुमार ने पुलिस कार्रवाई की निन्दा की है और कहा है कि यह राजनीतिक हित साधने के लिए राज्य की शक्ति का ‘शर्मनाक दुरूपयोग’ है जिससे ‘लोकतंत्र का मजाक’ बन रहा है।