विवाहिताओं ने बाजारों में पहुंचकर सुहाग-चिह्नों की खरीदारी की। आधुनिकता को देखते हुए कुम्भकारों की ओर से इस बार विभिन्न रंग के करवे बनाए गए हैं। पत्रिका के साथ खास बातचीत में यूं बयां की विवाहिताओं ने मन की बात।
उपहार लाना नहीं भूलते मेहंदीबाग क्षेत्र में रहने वाली माया नुवाल का कहना है कि करवा चौथ को लेकर उसके मन में विशेष उत्साह है। सुहाग के प्रतीक इस दिन को लेकर पति-पत्नी ने खास योजना बनाई हैं। दिन में खरीदारी करेगी वहीं शाम को चांद देखकर पति की लम्बी आयु की कामना करेगी।
पूरा रखते हैं ख्याल &विवाह के बाद से ही हमेशा करवा-चौथ पर व्रत रख पति की दीर्घायु की कामना करती आर्ई हैं। पिछले सात सालों में वह करवा-चौथ पर कभी पति से जुदा नहीं रही। यह कहना है कि गृहणी सीमा यादव का।
उसने बताया कि पति व पत्नी के बीच प्यार व विश्वास बनाए रखने का एक मात्र यहीं तो त्योहार है। मिलती है खुशी & तख्ता क्षेत्र में निवासी शालिनी अग्रवाल का कहना है कि पर्व के नाम से ही मन को खुशी मिलती है।
भावना को ध्यान में रखते हुए हम एक-दूसरे को उपहार देना नहीं भूलते। दोनों दिनभर साथ लेकर रात को अध्र्य देकर ही व्रत खोलते हैं। साड़ी देना नहीं भूलते &हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में रहने वाली सावित्री ने बताया कि करवा-चौथ उसका पसन्दीदा पर्व है। हमेशा से ही उसे इस पर्व का विशेष इन्तजार रहता आया है।
उसने बताया कि करवा-चौथ पर वह पति की लम्बी आयु की कामना करती है। पति भी उसे हर करवा-चौथ पर नए डिजाइन की साड़ी देना नहीं भूलते।