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आचार संहिता का असर, नवरात्रि के दूसरे दिन रजिस्ट्री कराने कम लोग पहुंचे, इसलिए स्लॉट नहीं बढ़े

locationग्वालियरPublished: Oct 17, 2023 11:09:23 am

Submitted by:

Balbir Rawat

नगदी लेकर साथ नहीं चल पा रहे क्रेता-विक्रेता, चुनाव के चलते टास्क फोर्स कर रहा है जांच

आचार संहिता का असर, नवरात्रि के दूसरे दिन रजिस्ट्री कराने कम लोग पहुंचे, इसलिए स्लॉट नहीं बढ़े
आचार संहिता का असर, नवरात्रि के दूसरे दिन रजिस्ट्री कराने कम लोग पहुंचे, इसलिए स्लॉट नहीं बढ़े
ग्वालियर. नवरात्रि के नौ दिन शुभ है। इसमें कुछ शुभ मुहुर्त भी है। सोमवार को पहला शुभ मुहुर्त सुबह 7:30 बजे से शुरू हो गया था। साथ ही नवरात्रि का दूसरा दिन भी था। शुभ मुहुर्त के चलते नवरात्रि के दूसरे दिन संपत्तियों के बंपर रजिस्ट्री की उम्मीद लगाई थी, लेकिन उम्मीद के अनुसार भीड़ नहीं दिखी। अधिकारी कम पंजीयन के पीछे आचार संहिता को मानकर चल रहे हैं। क्योंकि चुनाव आचार संहिता लगी होने की वजह से 50 हजार से ऊपर नगदी लेकर नहीं चल पा रहे हैं। 50 हजार से अधिक की नगदी ले जाने पर पकड़े जाने पर हिसाब देना होगा। क्योंकि संपत्ति की खरीद व बिक्री में लाखों रुपए का लेनदेन होता है।
स्लॉट भी पूरे बुक नहीं हो सके
-शहर के उप पंजीयकों को एक दिन में 64 स्लॉट दिए गए हैं। वृत्त एक में 150 स्लॉट खोले गए थे। वृत्त दो में 192 स्लॉट खुले थे। सोमवार को रजिस्ट्री के लिए पूरे स्लॉट नहीं बुक नहीं हो सके। इस कारण स्लॉट का अतिरिक्त कोटा नहीं दिया गया।
- नवरात्रि व दीपवाली आचार संहिता के दौरान ही मनाए जानी है। इस कारण संपत्ति का कारोबार ठंडा रह सकता है।
तीन साल में प्रोपर्टी के कारोबार आई है तेजी
शहर सहित जिले में पिछले तीन साल में प्रोपर्टी के कारोबार में तेजी आई है। 2020 में 50 हजार 610 दस्तावेज पंजीबद्ध हुए थे। 2022 में इसकी संख्या 62 हजार 810 पर पहुंच गई।
- 2022 में पांच हजार करोड़ रुपए की संपत्ति का विक्रय हुआ था। नए सिटी सेंटर, पुरानी छावनी, बड़ागांव क्षेत्र में बड़ी संख्या में संपत्तियों का विक्रय हुआ।
संपत्ति विक्रय की नगदी लेकर ऐसे चल सकते हैं
चुनाव आचार संहिता के चलते 50 हजार रुपए की नगदी साथ ले जाने तक की छूट है। 50 हजार से ऊपर की नगदी ले जाने पर दस्तावेज रखने होंगे। संपत्ति की रजिस्ट्री होने के बाद एक कॉपी अपने पास रखें। विक्रय के बाद रजिस्ट्री की कॉपी अपने साथ में रखें। संपत्ति के दस्तावेज को मान्य किया जाएगा।
जिले में पिछले पांच साल के राजस्व की स्थिति
वित्त वर्ष दस्तावेज राजस्व
2018 38415 352.46
2019 40702 366.39
2020 50610 406.39
2021 60981 532.97
2022 65862 592.83
(राजस्व की राशि करोड़ में है।)
इनका कहना है
- नवरात्रि का पहले दिन छुट्टी होने की वजह से कार्यालय नहीं खुला था। सोमवा को पहला दिन था। नवरात्रि में जिस तरह से दस्तावेज पंजीबद्ध होते थे, उस हिसाब से भीड़ नहीं रही है। स्लॉट भी पूरे बुक नहीं सके। इस कारण अतिरिक्त स्लॉट नहीं खोले गए।
दिनेश गौतम, वरिष्ठ जिला पंजीयक
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