वरिष्ठ नागरिक बैंक में रखे गए खातों से केवल पेंशन और ब्याज आय है, उन्हें आइटीआर दाखिल करने से छूट दी गई है। ऐसे बुजुर्गों को निर्धारित फॉर्मेट में बैंक को फॉर्म भरकर देना होगा जिसमें बताना होगा कि मेरी आय का स्त्रोत पेंशन तथा ब्याज है। वहीं पूर्व में सीनियर सिटीजन को अपना रिटर्न दाखिल करना पड़ता था। जिसमें बैंक की ओर से पेंशन की आय पर टैक्स जमा किया जाता था। उसके बाद उसे रिटर्न फाइल करना पड़ता था। यदि कोई रिफंड बनता था तो वो रिटर्न फाइल करने के बाद उसे वापस कर दिया जाता था। नए नियम के मुताबिक सीनियर सिटीजन को अपने आयकर डिक्लेरेशन को बैंक को ही देना है। जैसे बैंक टीडीएस काटता था उसी प्रक्रिया के अनुसार उसकी आय पर टीडीएस नई धारा 194पी में काटकर जमा करना होगा। इसके बाद सीनियर सिटीजन को रिटर्न दाखिल नहीं करना होगा।
इस योजना को बजट में लाया गया था। वित्तीय वर्ष 2021-22 से इसे लागू कर दिया गया है। इस नए प्रावधान से ऐसे वरिष्ठ नागरिकों को रिटर्न दाखिल करने से मुक्ति मिल जाएगी। इससे सीनियर सिटीजन को काफी लाभ मिलेगा।
– नितिन पहारिया, चार्टर्ड अकाउंटेंट
अभी तक सीनियर सिटीजन रिटर्न दाखिल करते आ रहे हैं। पहले रिटर्न दाखिल करते थे, उसके बाद रिफंड मिल पाता था। इससे परेशानी भी होती थी। पर अब आयकर विभाग के इस नए नियम से काफी लाभ मिलेगा। इससे बुजुर्गों को आसानी हो जाएगी।
– गोविंद सिंह कुशवाह, जिलाध्यक्ष, पेंशनर्स एसोसिएशन मप्र जिला शाखा ग्वालियर