93 साल पहले इस सिंधिया शासक ने शुरू कराया था तानसेन समारोह,तवायफें भी देती थीं प्रस्तुती
कुछ जागरुक लोग तो डुप्लीकेट बिल निकलवाकर उसे जमा करवा रहे हैं, लेकिन जिनके बिल नहीं आए, उन्हें अगली बार दो महीने का बिल भुगतना पड़ेगा। इतना ही नहीं दो माह की जो यूनिट बनेंगी, उसमें बिजली कंपनी द्वारा बढ़ाई गई दरों के मुताबिक उपभोक्ताओं को और अधिक राशि देनी पड़ेगी। जबकि यह गलती बिजली कंपनी की है, लेकिन उसे भुगतना आमजन को पड़ेगा।
कुछ जागरुक लोग तो डुप्लीकेट बिल निकलवाकर उसे जमा करवा रहे हैं, लेकिन जिनके बिल नहीं आए, उन्हें अगली बार दो महीने का बिल भुगतना पड़ेगा। इतना ही नहीं दो माह की जो यूनिट बनेंगी, उसमें बिजली कंपनी द्वारा बढ़ाई गई दरों के मुताबिक उपभोक्ताओं को और अधिक राशि देनी पड़ेगी। जबकि यह गलती बिजली कंपनी की है, लेकिन उसे भुगतना आमजन को पड़ेगा।
गौरतलब है कि चार माह पूर्व बिजली वितरण कंपनी ने शहर का ठेका फीडबैक कंपनी को दे दिया था। इस कंपनी ने चार माह तक उपभोक्ताओं को मनमाने बिल देकर न केवल परेशान किया, बल्कि लोगों को बिल संशोधित कराने में भी समस्या का सामना करना पड़ा।
पहले तो बिजली कंपनी के अधिकारी व्यवस्था सुधारे जाने की बात कहते रहे, लेकिन जब हालात नहीं सुधरे तो उस कंपनी से ठेका वापस ले लिया। जिसका परिणाम यह हुआ कि आधे शहर के उपभोक्ताओं को बिजली के बिल ही नही दिए गए। कुछ जगह पर दिए भी, तो जिस दिन बिल दिया, उसके अगले ही आखिरी तारीख होने की वजह से उपभोक्ता पर जबरन ही पैनल्टी लग गई।
घरेलू उपभोक्ताओं के चार स्लैब
बिजली कंपनी ने घरेलू कनेक्शनों के चार स्लेब तय किए हैं। जिसमें 50 यूनिट तक बिजली खपत होने पर उपभोक्ता को 3 रुपए 85 पैसे प्रति यूनिट की दर से 192 रुपए 50 पैसे का बिल दिया जाएगा। 51 से 100 यूनिट खपत पर 4 रुपए 70 पैसे प्रति यूनिट की दर से 470 रुपए का बिल तथा 101 से 300 यूनिट खपत पर 6 रुपए प्रति यूनिट की दर तय की गई। जबकि 300 से अधिक पर 6 रुपए 30 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिल दिया जाएगा।