टाइटल- बेहट रंजीत शिंदे अकबर के नौ रत्नों में से एक सम्राट तानसेन से सभी परिचित हैं। उनका जन्म ग्वालियर से लगभग 40 किमी. दूर बेहट में हुआ था। बेहट में स्थित शिव मंदिर और तानसेन का बहुत गहरा रिश्ता है। इसी मंदिर को आर्टिस्ट ने अपनी पेंटिंग में उकेरा है। इसे तैयार करने में एक माह का समय लगा।
टाइटल- ग्रामीण शोभा सक्सेना आर्टिस्ट ने इस पेंटिंग को मिट्टी, गोबर और वुडन के छोटे पीस से तैयार किया है। इसमें ग्रामीण परिवेश दिखाया गया है। उनके दिन से लेकर रात तक के काम को एक ही जगह पर दिखाने का प्रयास किया गया है। आर्टिस्ट नेशनल अवॉर्डी हैं व बच्चों को फ्री एजुकेशन देती हैं।
टाइटल- कोल्ड हीट आलोक शर्मा आज व्यक्ति बाहर से कूल है, लेकिन उसके अंदर बहुत कुछ चल रहा होता है। अधिक पैसा कमाने की चाह में उसके अंदर एक ही समय में ढेरों चीजों चल रही हैं, जिसे कलाकार ने पेंटिंग में दिखाने का प्रयास किया है। इसमें ऊपर कोल्ड और अंदर हीट को दिखाया है।
टाइटल- दांडी यात्रा अल्का धवन महात्मा गांधी के जीवन से सभी परिचित हैं। उनकी सादगी और देश के प्रति समर्पण किसी से छिपा नहीं है। उन्होंने 1930 में दांडी मार्च की शुरुआत कस्तूरबा आश्रम से की थी, जो अंग्रेजों द्वारा नमक में कर लगाने के विरोध पर थी। इसे अल्का ने अपनी पेंटिंग के माध्यम से दिखाया है।