एक नजर में मेले के प्रमुख सैक्टरों की स्थिति
ऑटोमोबाइल
कारोबार में सबसे आगे ऑटोमोबाइल सेक्टर है। इस सेक्टर में लगभग 400 करोड़ रुपए का कारोबार हो चुका है।
अलग-अलग कैटेगरी में 10 हजार 806 वाहन बिके हैं,इनमें 2219 स्कूटर, 4269 मोटर साइकल और 4318 कार शामिल हैं। इन वाहनों की बिक्री से परिवहन विभाग को गुरुवार तक 23 करोड़ 63 लाख 79 हजार 830 रुपए मिल चुके हैं।
इलेक्ट्रॉनिक
पुराने समय से मेले की रौनक माने जाने वाले इस सैक्टर का कारोबार मेला उद्घाटन के कुछ दिन बाद शुरू हो सका था। इस कारोबार में शुरुआती मंदी रही है, लेकिन वर्तमान में 42 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार हो चुका है। कंपनियों के डिस्काउंट सहित अन्य लुभावने ऑफर देने के कारण अब इसमें बढ़त दर्ज की जा रही है।
फर्नीचर
शिल्प बाजार और फर्नीचर सैक्टर में मध्यप्रदेश के अलावा राजस्थान, उत्तरप्रदेश सहित सीमांत प्रदेशों से शिल्पी और कारीगर फर्नीचर सहित अन्य सजावटी सामान लेकर आए हैं। मेला आने वाले लोगों को अलग अंदाज में बनाए गए फर्नीचर आइटम पसंद भी आ रहे हैं। आम जन की पसंद पर खरा उतरने में सफल रहे इस सैक्टर में अभी तक लगभग 25 करोड़ 70 लाख रुपए का कारोबार हो चुका है।
झूला-मनोरंजन
मेला घूमने आने वाले परिवारों की सबसे ज्यादा पसंद वाले झूला और मनोरंजन सैक्टर में हर दिन भीड़ हो रही है। इस सैक्टर में अभी तक लगभग 17 करोड़ 35 लाख रुपए का कारोबार हो चुका है।
खानपान
-खानपान से जुड़े फूड सैक्टर में गुरुवार तक 16 करोड़ 25 लाख रुपए का कारोबार हुआ है। इस सैक्टर में देर रात तक भीड़ रहती है।
क्लोथिंग सैक्टर
-कशीदाकारी के लिए मशहूर कश्मीरी और राजस्थानी बाजार सहित शिल्प बाजार और खादी बाजार में लगभग 10 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया गया है। स्थानीय स्तर पर आसानी से उपलब्ध न होने के कारण लोग कश्मीरी और राजस्थानी सहित अलग अंदाज में तैयार किए गए परिधान लोग पसंद कर रहे हैं।
-ऑटोमोबाइल सहित सभी सैक्टर मिलाकर करीब 650 करोड़ रुपए का व्यवसाय अभी तक होने का अनुमान है। मेला अवधि पूरी होने तक 760 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है।
प्रवीण अग्रवाल,उपाध्यक्ष-श्री मंत माधवराव सिंधिया व्यापार मेला प्राधिकरण
-व्यापार मेला में अभी तक 10 हजार 806 वाहनों की बिक्री हुई है, इनकी बिक्री से परिवहन विभाग को 23 करोड़ 63 लाख 79 हजार 830 रुपए शुल्क के रूप में प्राप्त हुए हैं। अनुमान है कि इस बार वाहन बिक्री से मिलने वाले शुल्क में अभी और बढ़ोतरी होगी।
रिंकू शर्मा, एआरटीओ