मुरार से सागर बहन को छोड़कर 26 अप्रेल को वापस आकर होम क्वारंटाइन हुए राजीव सोनी के परिवार को अब मोहल्ले के लोगों के दुव्र्यवहार का शिकार होना पड़ रहा है। पड़ोसियों के इस व्यवहार से पूरा परिवार डिप्रेशन में हैं। परेशान होकर वरिष्ठ अधिकारियों को फोन किया था लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पुलिस थाने पहुंचे तो वहां भी पुलिस कर्मियों ने आवेदन लेने से मना कर दिया और ड्रॉप बॉक्स में डलवाकर वापस कर दिया है।
कपिल सोनी ने बताया कि उनका परिवार चिक संतर मुरार में रहता है। लॉकडाउन से पहले सागर से उनकी बहन आई थी। मेडिकल इमरजेंसी होने के कारण उनके बड़े भाई राजीव सोनी प्रशासन से अनुमति लेकर बहन प्रीति को छोडऩे 26 अप्रेल को सागर गए थे। उसी दिन शाम को 7.30 बजे वापस लौट आए। यहां आने के बाद जांच पूरी कराकर भाई ने घर आने की बजाय परिवार के ही खाली पड़े एक अलग मकान में खुद को क्वारंटाइन कर लिया था। इसकी सूचना भी द्वार पर चस्पा कर दी गई थी। इसके बाद से उनके ही समाज के व्यक्ति द्वारा यह अफवाह फैलाई जा रही है कि पूरा परिवार कोरोना पॉजिटिव हो गया है, इस परिवार से कोई संपर्क न रखा जाए। फल विक्रेता, सब्जी विक्रेता जैसे ही घर के सामने आते हैं लोग कोरोना का मरीज परिवार चिल्लाने लगते हैं। भाई क्वारंटाइन है, मोहल्ले में समाज के ही लोग सभी परिजन को परेशान कर रहे हैं। राशन, सब्जी आदि लेने के लिए परिवार को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है।