scriptफसल की बर्बादी सहन न कर सका किसान, हार्टअटैक ने ली जान | farmer death by heartattack | Patrika News

फसल की बर्बादी सहन न कर सका किसान, हार्टअटैक ने ली जान

locationग्वालियरPublished: Aug 08, 2017 09:45:00 am

Submitted by:

Gaurav Sen

बारिश न होने खेत में सूख रही धान की फसल को देखकर किसान को सोमवार सुबह हार्ट अटैक आया और खेत में ही उसकी मौत हो गई। किसान पर केसीसी का ढाई लाख रुपए का

lack of raining

श्योपुर। बारिश न होने खेत में सूख रही धान की फसल को देखकर किसान को सोमवार सुबह हार्ट अटैक आया और खेत में ही उसकी मौत हो गई। किसान पर केसीसी का ढाई लाख रुपए का कर्ज होने की बात भी बताई जा रही है। मामला श्योपुर जिले के छोटाखेड़ा गांव का है।
छोटाखेड़ा के किसान देवीराम पुत्र राजाराम मीणा (50) ने 15 बीघा में धान की फसल थी, जबकि 15 बीघा में दूसरी फसलें थीं। बारिश न होने और बोर के पानी छोड़ जाने से उसकी फसलें सूखने लगी थीं, जिससे किसान चिंतित था। सोमवार सुबह किसान खेत गया।

खेत पर जब उसने धान की सूखती फसल देखी तो वहीं गश खाकर गिर गया। गिरने के बाद पड़ोस के खेतों पर मौजूद लोग उठाकर घर लेकर गए। इसके बाद जिला चिकित्सालय लेकर पहुंचे लेकिन चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसी दौरान किसान की मौत की खबर पाकर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष **** अन्य नेतागण भी अस्पताल पहुंच गए।

 

MUST READ: एक दूसरे के खून के प्यासे थे ये दो परिवार, सालों से चल आ रही दुश्मनी बदली दोस्ती में फिल्मी स्टाईल में हुआ मिलाप

ढाई लाख का कर्ज है किसान पर
देवीराम पर ढाई लाख रुपए का कर्ज है। फसल के लिए बैंक से केसीसी ली, लेकिन मौसम के लगातार धोखा देते रहने और पारिवारिक परेशानियों से यह कर्ज चुका नहीं पाया। इस कारण भी किसान उदास था और जब फसल खराब देखी तो वह पूरी तरह से टूट गया और वहीं पर गश खाकर गिर पड़ा। वहीं श्योपुर एसडीएम आरबी सिण्डोस्कर का कहना है कि इस तरह की कोई रिपोर्ट अभी पटवारी ने नहीं दी है। मैं मामले की जानकारी लेता हूं, आखिर किस कारण किसान की मौत हुई।

फसल बीमा की अंतिम तिथि 16
श्योपुर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ 2017 में अऋणी व डिफॉल्टर कृषकों के फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 16 अगस्त है, यह जानकारी देते हुए किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग के उप संचालक पी गुजरे ने कृषकों से आग्रह किया है कि वे अंतिम तिथि का इंतजार ना करते हुए शीघ्र ही अपने फार्म पास की बैंक शाखा में जमा कराएं ताकि उनकी फसलों का बीमाए योजना के तहत सुनिश्चित हो सके।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो