भ्रूण परीक्षण करने वाले दलालों का राजस्थान के सीमावर्ती जिले धौलपुर और भरतपुर में भी जाल फैला हुआ था। इन जिलों से गर्भवती महिलाएं ग्वालियर आकर भू्रण परीक्षण कराती हैं तब राजस्थान और ग्वालियर टीम ने प्लान बनाया इन सब की सूचना धौलपुर पीसीपीएनडीटी टीम को पहले से मिल रही थी। दलालों को पकडऩे के लिए टीम ने जाल फैलाया। एक सदस्य ने दलाल जितेन्द्र से संपर्क किया। उसने 30 हजार रुपए में भू्रण परीक्षण करवाने का वादा किया।डील तय होने के बाद एक गर्भवती महिला को यहां आए।
डिकॉय ऑपरेशन में ग्वालियर के पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ.अमित रघुवंशी, ऋषि बोहरे, राजस्थान के सीआइ सीताराम, पूरणमल, कांस्टेबल विजयपाल, लालूराम के साथ जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक धौलपुर पंकज शुक्ला, भरतपुर के प्रवीण चौधरी, दौसा के मुनीन्द्र एवं दौसा के डाटा प्रबंधक अमित राठौड़ शामिल थे।
दलाल जितेन्द्र यादव ने त्यागी नगर में एक मकान किराए से ले रखा था, यहां से पूरा रैकेट काम करता था। पकड़े गए दलाल जितेन्द्र और मदनमोहन ने शहर के कई निजी अस्पतालों में काम करने वाले कर्मचारियों से संपर्क होने की बात कही है। ग्वालियर की पीसीपीएनडीटी टीम भी इसे लेकर अब सक्रिय हो गई है।
डॉ.अमित रघुवंशी, नोडल अधिकारी, पीसीपीएनडीटी एक्ट