लोकायुक्त भवन निर्र्माण के इन मामलों में वर्मा की भूमिका की जांच भी कर रही थी। इसलिए भवन शाखा से तीनों निर्माण का ब्यौरा मांगा जा रहा था। लोकायुक्त की शिकायत पर विश्वविद्यालय पुलिस ने नगरनिगम कमिश्नर को पत्र लिखकर पूछा था कि तीनों फाइलें किन अधिकारियों की निगरानी में थी। फाइलें कहां हैं? सोमवार को इस मामले में नगरनिगम को लोकायुक्त के सामने जवाब भी पेश करना था। उससे ठीक 48 घंटे पहले नगरनिगम ने पुलिस को बताया कि फाइलें नहीं मिल रही हैं।
पुलिस के मुताबिक नगरनिगम को खत लिखकर कहा गया था बिरला अस्पताल की प्रकरण क्रमांक 482/8/3/3, सालासर भवन प्रकरण क्रमांक 178/6/3/3 और होटल लैंडमार्क के प्रकरण क्रमांक प्रकरण क्रमांक 10/18/1105 से जुडे. दस्तावेज किस अधिकारी की अभिरक्षा में हैं। वह जानकारी मुहैया कराई जाए। लोकायुक्त में पेश होने से पहले निगम प्रशासन ने पुलिस को इस बारे में बताया है।
क्या भवन निर्माण शाखा से फाइलें लोकायुक्त की जांच से बचने के लिए गायब की गई हैं?
लोकायुक्त प्रदीप वर्मा के शिकायत पर जांच कर रही थी इसलिए सांठगांठ से फाइल गायब की गईं?
क्या फाइलें सामने आने पर प्रदीप वर्मा के खिलाफ शिकायत की पुष्टि हो सकती थी?
रामनरेश यादव, टीआइ
विश्वविद्यालय थाना