गार्डन मालिक सुभाष मंगल ने बताया कि शनिवार को अलसुबह साढ़े ५ बजे पुलिस के हाइवे पेट्रोलिंग दस्ते ने उन्हें आग लगने की सूचना दी। तब वे टीआरपुरम स्थित अपने घर से चाबी लेकर गार्डन पहुंचे। उस वक्त भी आग धधक रही थी। लिहाजा फायर ब्रिगेड को फोन किया गया। आग बुझाने में छह दमकलों का उपयोग किया गया। सुभाष मंगल ने बताया कि गार्डन में तकरीबन १०-१२ लाख रुपए का सामान आग की भेंट चढ़ गया।
चौकीदार भी नहीं था ड्यूटी पर
सोना गार्डन की सुरक्षा के लिए मालिक ने एक चौकीदार भी नियुक्त कर रखा है, लेकिन शुक्रवार को वह ड्यूटी पर नहीं था। बताया गया है कि गार्डन का चौकीदार यह कहकर गांव चला गया था कि उसे अपने खेत में खड़े गेहूं काटने हैं। यदि चौकीदार ड्यूटी पर होता तो इतना नुकसान नहीं होता।
सोना गार्डन की सुरक्षा के लिए मालिक ने एक चौकीदार भी नियुक्त कर रखा है, लेकिन शुक्रवार को वह ड्यूटी पर नहीं था। बताया गया है कि गार्डन का चौकीदार यह कहकर गांव चला गया था कि उसे अपने खेत में खड़े गेहूं काटने हैं। यदि चौकीदार ड्यूटी पर होता तो इतना नुकसान नहीं होता।
जिनकी बुकिंग वे भी परेशान
सोना गार्डन में आग लगने की घटना के बाद मालिक के साथ-साथ वे लोग भी परेशान हैं, जिन्होंने शादी समारोहों के लिए इसे बुक कर रखा है। बताया गया है कि गार्डन में एक विवाह समारोह १६ अप्रैल को है, तो एक अन्य फंक्शन १८ अप्रैल को भी होना है। गार्डन मालिक ने लोगों से कहा है कि या तो वे अपने पैसे वापस ले लें,अथवा जो व्यवस्था वह कर सकता है, उसे स्वीकार करें,क्योंकि गार्डन में पहले जैसी व्यवस्था दो दिन के भीतर कर पाना संभव नहीं है। लोगों को इस बात की चिंता है कि उन्होंने जो कार्ड बांटे हैं, उनमें सोना गार्डन का पता लिखा है। दूसरे एक-दो दिन पहले कोई और गार्डन खाली मिलना भी मुश्किल है।
सोना गार्डन में आग लगने की घटना के बाद मालिक के साथ-साथ वे लोग भी परेशान हैं, जिन्होंने शादी समारोहों के लिए इसे बुक कर रखा है। बताया गया है कि गार्डन में एक विवाह समारोह १६ अप्रैल को है, तो एक अन्य फंक्शन १८ अप्रैल को भी होना है। गार्डन मालिक ने लोगों से कहा है कि या तो वे अपने पैसे वापस ले लें,अथवा जो व्यवस्था वह कर सकता है, उसे स्वीकार करें,क्योंकि गार्डन में पहले जैसी व्यवस्था दो दिन के भीतर कर पाना संभव नहीं है। लोगों को इस बात की चिंता है कि उन्होंने जो कार्ड बांटे हैं, उनमें सोना गार्डन का पता लिखा है। दूसरे एक-दो दिन पहले कोई और गार्डन खाली मिलना भी मुश्किल है।