गांव वाले कहते हैं सिलसिला करीब दो ढाई महीने से सिर्फ पचौरी मोहल्ले में हो रहा है। करीब 8 परिवार तो दहशत की वजह से गांव छोड़ गए हैं। पथराव और आगजनी की घटनाओं से सहमे लोगों ने पुलिस को भी घटना बताई। गांव निवासी बंटी का कहना है पुलिस गांव में आई थी। उसके सामने भी पत्थर गिरे। किसी को भी समझ में नहीं आता इस घटना के पीछे कौन है। लोग इसे अंधविश्वास से जोड़ कर देख रहे हैं।
दिन में घटनाएं ज्यादा
गांव वालों का कहना है गांव में घटना सिर्फ पचौरी मोहल्ले में हो रही है। यहां 12 घर हैं। ढाई महीने पहले मोहल्ले में पत्थर गिरे तो लोगों को लगा कोई शरारती है। घटना नहीं रुकी तो चौकीदारी की लेकिन फिर कई घरों में अचानक सामान जल गया तो लोग डर गए। मोहल्ले में रहने वाले नाथूराम मास्टर, शिवचरण पचौरी, राजकुमार मिश्रा, जोगीराम नारोलिया, मुकेश पचौरी, राजेश शर्मा तो घर छोड़कर दूसरी जगह जा चुके हैं। दो दिन पहले पुलिस को बुलाया तो गाड़ी के सामने भी पत्थर गिरे।
निजी हॉस्पिटल में मरीज की मौत पर हंगामा
ग्वालियर। खेड़ापति रोड स्थित निजी हॉस्पिटल में मरीज की मौत के बाद डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए परिजन ने हंगामा कर दिया। छतरपुर निवासी सीताराम अग्रवाल को हृदय रोग संबंधी तकलीफ होने पर निदान हार्ट एण्ड मेटरनिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। बताते हैं कि शहर के एक हृदय रोग विशेषज्ञ ने सीताराम को यहां भर्ती किया था। रविवार दोपहर सीताराम ने दमतोड़ दिया। बताते हैं कि भर्ती कराने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक मरीज को देखने नहीं पहुंचे। मरीज की मौत हो जाने के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया। जानकारी लगने पड़ाव थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामला शांत कराने का प्रयास किया। इस दौरान निदान हॉस्पिटल द्वारा पैसों को लेकर भी विवाद हुआ। पुलिस ने पीडि़त पक्ष का आवेदन लेकर शव को एम्बुलेंस के जरिए छतरपुर भिजवा दिया।