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First case in MP : पत्नी का जीवन संवारने – पति ने दिया तलाक, बोला- कहीं नरक न बन जाए तुम्हारा जीवन

locationग्वालियरPublished: Oct 10, 2021 10:48:57 am

Submitted by:

Subodh Tripathi

पति ने इसलिए अपनी पत्नी को तलाक दिया है, ताकि उसका जीवन संवर जाए। यह सुनकर आप भी आश्चर्य करेंगे.

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ग्वालियर. मध्यप्रदेश में एक अनूठा मामला प्रकाश में आया है। जिसमें एक पति ने इसलिए अपनी पत्नी को तलाक दिया है, ताकि उसका जीवन संवर जाए। यह सुनकर आप भी आश्चर्य करेंगे, लेकिन यही सच है, हालांकि पहले पत्नी भी इसके लिए राजी नहीं हुई, लेकिन जब पति ने उसे समझाया तो रोते हुए पत्नी ने भी स्वीकार कर लिया।

दरअसल, हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास काट रहे एक पति का दिल पसीज गया, उसे लगा कि उसका जीवन तो अब जेल में ही कट जाएगा, इस कारण उसने अपनी को तलाक देने का निर्णय लिया, ताकि वह दूसरी शादी कर अपना जीवन संवार सके। इसके चलते पति ने अपनी पत्नी को तलाक देने के लिए न्यायालय में आवेदन दिया, इसके बाद कोर्ट ने भी उसकी बात को सही समझते हुए तलाक की अर्जी को मंजूर किया।

ग्वालियर का है मामला


जानकारी के अनुसार सेंट्रल जेल ग्वालियर में राजेश दुबे नामक कैदी है, जो हत्या के जुर्म में उम्रकैद की सजा काट रहा है, जेल में रहते हुए उसे ख्याल की अब उसकी पत्नी की जिंदगी खराब हो जाएगी, जब वह पूरे समय जेल में रहेगा, तो पत्नी का जीवन भी नरक के अलावा कुछ नहीं बचेगा, इस कारण उसने अपनी पत्नी के भविष्य की चिंता करते हुए यह कदम उठाया। इस मामले में कैदी को स्पेशल वारंट के तहत हाईकोर्ट की खंडपीठ में तलाक की सुनवाई के लिए लाया गया जहां उसने अपनी पत्नी को तलाक दिया।

मध्यप्रदेश में पहला मामला


मध्यप्रदेश में शायद ऐसा पहला मामला ही होगा, जिसमें एक पति ने अपनी पत्नी को जेल में रहते हुए तलाक दिया है, अन्यथा कई पति आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं, लेकिन किसी को पत्नी की इतनी चिंता नहीं सताई, जितनी चिंता इस कैदी को हुई, और उसने अपनी पत्नी का जीवन संवारने के लिए तलाक दे दिया।
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11 साल बाद तलाक, पत्नी रोते हुए मानी

तलाक से पहले यह मामला कोर्ट ने काउंसलिंग के लिए भेजा था, जहां राजेश ने अपनी कहा-मैं पूरी उम्र जेल में बीताऊंगा ऐसे में मेरी पत्नी को दाने दाने के लिए मोहताज होना पड़ेगा, उसका जीवन नरक से भी बद्तर हो जाएगा, इसलिए मेरी गलती की सजा उसे नहीं मिलना चाहिए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो मेरा मन भी हमेशा कौसता रहेगा। कोर्ट ने कैदी की इस भावना का सम्मान करते हुए पत्नी को तलाक देने की बात भी सही समझी,हालांकि पत्नी इस बात के लिए राजी नहीं थी, लेकिन काउंसलर द्वारा समझाने के बाद वह रोते-रोते तलाक के लिए राजी हुई। काउंसलिंग के दौरान पति पत्नी दोनों की आंखों से आंसू छलक रहे थे।
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दोनों पति-पत्नी अलग नहीं होना चाहते थे, लेकिन एक अपराध के कारण उनका जीवन दुखमय हो गया था, इसलिए जेल में रहते हुए राजेश ने पत्नी को तलाक की अर्जी भेजी, तो वह हैरान रह गई थी।
-मनोज साहू, अधीक्षक, सेंट्रल जेल

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