लाखों खर्च कर बनाए फिटनेस सेंटरों पर लगा है ताला
नगर निगम एक ओर जहां वित्तीय संकट से जूझ रहा है वहीं दूसरी ओर आय पर निगम अधिकारी ध्यान ही नहीं दे रहे हैं। कुछ यही हाल है शहर में बनाए गए फिटनेस सेंटरों का। सालों बाद भी इनकी शुरूआत नहीं हो सकी है, ऐसे में लाखों खर्च के बावजूद निगम को कोई भी आय नहीं हो सकी है।

शहर में नगर निगम द्वारा विधानसभा के अनुसार फिटनेस सेंटर बनाए गए थे जिससे कि युवा इसका उपयोग कर सकें। अलग अलग जगहों पर ४ जिम बनाई गईं जिसमें से एक भी जिम चालू नहीं है सभी बंद है। जिसके कारण लोगों को इन फिटनेस सेंटर का लाभ नहीं मिल रहा है। जबकि एक फिटनेस सेंटर पर लगभग डेढ़ लाख रुपए खर्च आया है। इस तरह से ६ लाख खर्च करने के बाद भी निगम को कोई आमदनी नहीं हो सकी है।
यहां खोली गईं जिम
नगर निगम ने सेवा नगर, छत्रीमंडी, टकसाल स्कूल और तरण पुष्कर में जिम बनाई थीं। इसके तहत यहां पर ट्रेड मिल, वटर फ्लाई मशीन सहित अन्य मशीनों को लगाया गया। इनमें से सिर्फ तरण पुष्कर की जिम गर्मियों में जब स्विमिंग पूल चालू रहता है तब तक लोग इसका उपयोग करते हैं। इसके अलावा यहां भी ताला ही लगा रहता है।
रजिस्ट्रेशन और फीस अधिक
नगर निगम द्वारा जो जिम बनाई गईं हैं उसमें लोग दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। दरअसल जिम के लिए रजिस्ट्रेशन फीस १ हजार रुपए और हर महीने ५०० रुपए शुल्क निर्धारित किया गया है। लेकिन अगर देखा जाए तो निगम की जिम से बेहतर निजी जिम में लोग आसानी से ३०० से ५०० रुपए महीने में जिम करते हैं। निजी जिमों में सुविधाएं और मशीनें भी निगम की तुलना में अधिक हैं। यही कारण है कि इसको लेकर युवा इन जिमों की ओर रुख नहीं कर रहे हैं।
जिम के लिए लोग रुचि नहीं दिखा रहे हैं। रजिस्ट्रेशन और मासिक फीस को कम करने के लिए विचार किया जा रहा है। अभी हाल ही में छत्री मंडी जिम को हमने रिपेयर करवा दिया है अगर और दूसरी जगहों से भी इंक्वायरी आएंगी तो वहां भी इनकी शुरूआत कर दी जाएगी।
बीके त्यागी, खेल अधिकारी नगर निगम
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