पूर्व में वित्त विभाग को ठेंगा दिखाकर वो पांच लाख का पेमेंट कराने में सफल रहे थे, अब फिर से 10 लाख का पेमेंट करने की तैयारी की जा रही है। पूर्व में कंपनी ने अधिकारियों के साथ मिलकर 17 लाख के पेमेंट कराने की कोशिश की थी, लेकिन बाद में विरोध बढऩे के कारण विवि प्रबंधन ने अपना पैतरा बदल दिया। अब भुगतान को किस्तों में करने की प्लानिंग के तहत यह काम किया जा रहा है।
मार्कशीट के लिए भटकते हैं छात्र पिछले कई दिनों से जीवाजी यूनिवसिर्टी में अनियमितता व अधिकारियों की लापरवाही के कारण दूर दराज से आने वाले छात्रों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दूर दराज से जेयू आने वाले छात्रों को मार्कशीट के एवज में कर्मचारियों द्वारा पैसों की मांग की जाती है, पैसे न देने पर महीनों छात्रों को यहां से वहां घुमाया जाता है। छात्रों ने इस समस्या को लेकर कई बार अधिकारियों से शिकायत की पर अधिकारियों ने अनसुना कर छात्रों की समस्या का किसी प्रकार का समाधान नहीं किया।