मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एनएमएस मीणा के निर्देशन में विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट मानवेन्द्र प्रताप सिंह एवं प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार पटेल ने शहर के एक दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट एवं मिष्ठान भंडारों का निरीक्षण किया। इस दौरान गंदगी पाए जाने पर 60 हजार का जुर्माना कर 13 पंचनामे भी बनाए गए। कार्रवाई में निगम की टीम तथा पुलिस बल भी शामिल रहा। जायका रेस्टोंरेंट के अंदर किचन में भयंकर गंदगी थी। यहां सड़ी प्याज बदबू मार रही थी वहीं एक गंदे से भगोने में उबले हुए टमाटर भरे पड़े थे। यहां एक डिब्बे में खराब रोटियां भी मिलीं जिसके बारे में कर्मचारी बता रहे थे ये खराब रोटियां है जो फेंकने के लिए रखी हुई हैं।
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तलघर भी था जायका रेस्टोरेंट के नीचे
जायका रेस्टोरेंट के नीचे तलघर भी बना हुआ था। यह तलघर बाहर से बंद कर दिया है, जिससे कि अदालत द्वारा दिए गए निर्देश पर चल रही कार्रवाई से बचा जा सके। अभी तक इस तलघर पर निगम ने कार्रवाई क्यों नहीं की है, यह सवाल भी इस दौरान उठाया गया।
हाथ धोने पर भी नहीं मिटी बदबू
जायका में बदबूदार पनीर को जब न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार पटेल ने हाथ में लेकर सूंघा तो वह सड़ांध मार रहा था। इसके बाद उन्होंने हाथ धोए लेकिन हाथ में से बदबू नहीं जा रही थी। इस पर वे बोले भी कितना खराब खाना खिलाते हो, हाथ धोकर भी बदबू नहीं जा रही है।
डबल हाथरस पर भी मिली गंदगी
टीम डबल हाथरस थाटीपुर पहुंची, यहां डबल हाथरस थाटीपुर के साथ ही नटराज व लकी स्वीट्स थाटीपुर के यहां भी गंदगी पाए जाने पर तीनों पर जुर्माना किया गया। इसके बाद टीम परम फूड गोविंदपुरी चौराहे पर पहुंची। टीम ने परम फूड पर जुर्माना किया है।
टीम ने 13 पंचनामे तैयार किए
टीम ने कुल 14 रेस्टोरेंट व अन्य खाने-पीने के संस्थानों पर कार्रवाई की। इनमें से 13 के पंचनामे तैयार किए गए। जहां गंदगी ज्यादा मिली वहां के सैंपल भी लिए गए हैं। तीन दुकानदार ऐसे थे, जो जुर्माना राशि जमा नहीं कर पाए तो उन्हें नोटिस थमा दिया गया।
कई दुकानदार शटर डालकर भागे
एमएलबी रोड पर ही खाने-पीने की दुकानों पर कार्रवाई को देख आसपास के दुकानदार भी अपने संस्थानों में शटर गिराकर चले गए।
दाल और चिकन भरा पड़ा था फ्रिजर में
विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट मानवेन्द्र प्रताप सिंह और पवन कुमार पटेल सनातन धर्म मंदिर रोड स्थित रेस्टोरेंट लजीज के किचन में पहुंचे और यहां गंदगी देखकर उन्होंने एक-एक फ्रिजर को खुलवाया। एक में पनीर भरा रखा था जो बदबू मार रहा था। दूसरे फ्रीजर में बनी हुई दाल और सब्जी रखी थी इसी में पन्नियों में पैक जमा हुआ चिकन रखा हुआ था। जब स्टाफ से पूछा कि ये कितने दिनों का है तो कोई भी नहीं बता पाया कि चिकन कितने दिन से पड़ा हुआ है। न्यायिक मजिस्ट्रेट ने यहां रखा खराब खाना मदाखलत टीम से भरवा कर फिंकवा दिया।
अन्ना डोसा व नाथ पाव भाजी पर थी गंदगी
लजीज पर कार्रवाई के बाद टीम अन्ना डोसा की दुकान में अंदर जा पहुंची यहां भी पन्नियों में रखा सामान सड़ रहा था जिसे मदाखलत टीम से उठवाया गया। इस लाइन में मिर्ची, आरएस भोजनालय, रोड शेफ के यहां भी गंदगी मिलने पर जुर्माना भी किया गया। इन दुकानों से पॉलीथिन भी जब्त की गई। इसके अलावा नटराज होटल पर भी जुर्माना किया गया।
नहीं सुधरे जोधपुर मिष्ठान भंडार के हालात
जिला प्रशासन द्वारा जोधपुर मिष्ठान भंडार कटोराताल पर की गई कार्रवाई में गंदगी मिली थी, इसके बाद ऐसा माना जा रहा था कि यहां गंदगी नहीं मिलेगी, लेकिन जैसे ही मोबाइल कोर्ट यहां पहुंची तो उसे फिर गंदगी मिली। यहां सड़ी हुई प्याज रखी हुई थी। यहां के किचन में गंदगी होने पर धारा 248 के तहत जुर्माना किया गया। इसके पास ही सेवन स्पाइस रेस्टॉरेंट में भी टीम को गंदगी मिली।
हुक्का बार का नहीं था लाइसेंस, मामला दर्ज
लजीज रेस्टारेंट के ऊपर बने विक्टोरिया विंटेज के रसोईघर में भी टीम पहुंची यहां भी गंदगी मिली। इसके बाद टीम जब बाहर निकली तो पता चला कि यहां हुक्का बार चलाया जा रहा है। न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार पटेल ने जब पूछा कि क्या इसका लाइसेंस है तो वहां मौजूद कर्मचारी जवाब नहीं दे पाए। न ही यहां कोई जिम्मेदार मौजूद था। बाद में इसके संचालक रवि सिंह परिहार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।