scriptनॉर्मल डिलीवरी के लिए करें प्रेग्नेंसी योगा, मां-बेटे रहेंगे तंदुरुस्त | For normal delivery, pregnancy yoga, mother and son will remain health | Patrika News

नॉर्मल डिलीवरी के लिए करें प्रेग्नेंसी योगा, मां-बेटे रहेंगे तंदुरुस्त

locationग्वालियरPublished: Jul 24, 2019 07:37:00 pm

Submitted by:

Harish kushwah

प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हार्मोनल चेंजेस होते हैं। ऐसे में डायबिटीज, बीपी कम-ज्यादा होना, हायपरटेंशन, बैक पेन, वोमेटिंग, स्ट्रेस, आयरन की कमी आदि प्रॉब्लम्स आती हैं। इन सभी से बचने के लिए प्रेग्नेंसी योगा बेस्ट है।

interview

interview

ग्वालियर. प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में हार्मोनल चेंजेस होते हैं। ऐसे में डायबिटीज, बीपी कम-ज्यादा होना, हायपरटेंशन, बैक पेन, वोमेटिंग, स्ट्रेस, आयरन की कमी आदि प्रॉब्लम्स आती हैं। इन सभी से बचने के लिए प्रेग्नेंसी योगा बेस्ट है। इसके साथ ही योगा से नॉर्मल डिलीवरी के चांसेज भी 80 परसेंट तक बढ़ जाते हैं। प्रेग्नेंसी योगा को तीन मॉड्यूल में बांटा गया है। गाइनिकोलॉजिस्ट भी अब वुमंस को प्रेग्नेंसी योगा की एडवाइज देने लगे हैं। यह कहना है बेंगलुरु की योग गुरु निधिराम का, जो मंगलवार को ग्वालियर आई थीं। इस दौरान उन्होंने पत्रिका से खास चर्चा की। निधिराम देशभर में ट्रेनिंग कैंप के माध्यम से प्रीनेटर प्रेग्नेंसी योगा टीचर तैयार करती हैं। वह अभी तक देश के विभिन्न शहरों के साथ ही 20 से अधिक फॉरेन कंट्रीज में वर्कशॉप ले चुकी हैं।
इंडिया में प्रेग्नेंसी योगा को लेकर लोग कितने अवेयर हैं?

पिछले तीन साल में लोग अवेयर हुए हैं। मेट्रो सिटीज में प्रेग्नेंट लेडी योगा करती हैं। अब छोटे शहरों में भी लोग जागरुक हो रहे हैं। जागरुकता फैलाने के लिए हम लोग फ्री वर्कशॉप भी करते हैं।
फॉरेन कंट्रीज में प्रेग्नेंसी योगा कितना पॉपुलर है?

80 परसेंट वुमंस प्रेग्नेंसी योगा करती हैं, जिनके पास समय नहीं है, वे ट्रेनिंग लेकर अपने घर पर ही फॉलो करती हैं।

प्रेग्नेंसी योगा को कितने मॉड्यूल में बांटा गया है?
यह तीन मॉड्यूल में है। हर मॉड्यूल तीन माह का है। फर्स्ट मॉड्यूल में प्रेग्नेंट लेडी को टाइगर ब्रीथिंग योग, विपरिता करिणी, नाड़ी शुद्धि योग करना चाहिए। दूसरे मॉड्यूल में त्रिकोणासन, वीरभद्रासन करना चाहिए। थर्ड मॉड्यूल में भद्रकोण आसन, मलासन और ब्राह्मरी करना चाहिए। लेकिन इन सभी को करने से पहले ट्रेनर की एडवाइज जरूरी है।
योग कब और कितने समय करना चाहिए?

योग के लिए सबसे बेस्ट टाइम अर्ली मॉर्निंग या ईवनिंग होता है। फिर भी यदि प्रेग्नेंट लेडी को समय नहीं मिलता, तो वे ब्रेक फास्ट के एक घंटे बाद 30 मिनट कर सकती हैं। वैसे नॉर्मल लोगों के लिए योग ब्रेक फास्ट के दो घंटे बाद और लंच के 3 से 4 घंटे बाद किया जाना चाहिए।
प्रेग्नेंसी योगा से नॉर्मल डिलेवरी के चांसेज का क्या रेश्यो है?

योगा करने से नॉर्मल डिलेवरी के चांसेज 80 परसेंट बढ़ जाते हैं, फिर भी योग ट्रेनर के सजेशन पर ही करना चाहिए। इससे नौ माह तक आने वाली प्रॉब्लम से भी बचा जा सकता है और डिलीवरी के बाद वजन का बढ़ना, शरीर का बेडोल होना आदि प्रॉब्लम भी नहीं होती।
प्रेग्नेंट लेडी का फीटल टॉक करना कितना सही है?

प्रेग्नेंट लेडी को फीटल टॉक करना चाहिए। गर्भ में 5वें महीने के बाद बच्चा सुन सकता है। इसलिए मां को उससे बातें करनी चाहिए। क्योंकि बच्चा मां की आवाज को भलीभांति पहचानता है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो