अदर एक्टिविटी में भी एक्टिव, कई अवॉर्ड किए अपने नाम
रिया इस समय बीएएलएलबी ऑनर्स सेकंड ईयर की छात्रा है। वह पढ़ाई के साथ ही अदर एक्टिविटीज में भी आगे रहती है। उन्हें सिंगिंग, ड्रॉइंग, स्पीच देने का भी शौक है। स्कूल टाइम से लेकर अभी तक वह कई कॉम्पीटिशन में पार्टिसिपेट कर अवॉर्ड अपने नाम कर चुकी है।
रिया इस समय बीएएलएलबी ऑनर्स सेकंड ईयर की छात्रा है। वह पढ़ाई के साथ ही अदर एक्टिविटीज में भी आगे रहती है। उन्हें सिंगिंग, ड्रॉइंग, स्पीच देने का भी शौक है। स्कूल टाइम से लेकर अभी तक वह कई कॉम्पीटिशन में पार्टिसिपेट कर अवॉर्ड अपने नाम कर चुकी है।
ग्वालियर का नाम रोशन करना था सपना
रिया ने बताया कि मेरे लिए बड़ा एमाउंट मैटर नहीं करता। मेरा सपना यह था कि मैं इस कॉम्पीटिशन को क्रेक कर अपने ग्वालियर को पहचान दिला सकूं और वह मैंने कर दिखाया। इसके लिए मैंने नेट से मदद ली। पहले की प्रतियोगिता देखीं। उनके व्यूज देखे। पार्टिसिपेट कर चुके प्रतियोगियों के विचार सुने। एचीवर्स को फॉलो किया। इसके बाद अभी इसी माह हुए एग्जाम में सफलता पाई।
रिया ने बताया कि मेरे लिए बड़ा एमाउंट मैटर नहीं करता। मेरा सपना यह था कि मैं इस कॉम्पीटिशन को क्रेक कर अपने ग्वालियर को पहचान दिला सकूं और वह मैंने कर दिखाया। इसके लिए मैंने नेट से मदद ली। पहले की प्रतियोगिता देखीं। उनके व्यूज देखे। पार्टिसिपेट कर चुके प्रतियोगियों के विचार सुने। एचीवर्स को फॉलो किया। इसके बाद अभी इसी माह हुए एग्जाम में सफलता पाई।
देशभर से 96 प्रतिभागियों ने लिया था भाग
रिया ने बताया कि यह कॉम्पीटिशन मेरे लिए टफ था। क्योंकि इसमें देशभर की 32 लॉ यूनिवर्सटी एवं लॉ कॉलेज से 96 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। ये सभी वे स्टूडेंट्स थे, जो अपने यहां के टॉपर्स थे दो महीने की तैयारी के बाद मैं प्रीलिम्स से होते हुए फाइनल तक पहुंची और ओवरऑल विनर बनी।
रिया ने बताया कि यह कॉम्पीटिशन मेरे लिए टफ था। क्योंकि इसमें देशभर की 32 लॉ यूनिवर्सटी एवं लॉ कॉलेज से 96 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। ये सभी वे स्टूडेंट्स थे, जो अपने यहां के टॉपर्स थे दो महीने की तैयारी के बाद मैं प्रीलिम्स से होते हुए फाइनल तक पहुंची और ओवरऑल विनर बनी।
लॉ में सबसे बड़ी प्रतियोगिता है ये
कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में आइएम नानावटी मेमोरियल मूट कोर्ट कॉम्पीटिशन पुरस्कार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इतनी राशि का कोई दूसरा पुरस्कार नहीं है। इस पुरस्कार की स्थापना आइएम नानावटी लॉ कॉलेज अहमदाबाद द्वारा की गई थी, जिसे जीएलएस (गुजरात लॉ स्टडीज) लॉ कॉलेज के नाम से भी जाना जाता है। यह पुरस्कार हर साल भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे आइएम नानावटी की याद में कानूनी छात्रों को उनकी रीजनिंग, आग्र्युमेंट एवं लीगल स्किल के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है।
कानूनी शिक्षा के क्षेत्र में आइएम नानावटी मेमोरियल मूट कोर्ट कॉम्पीटिशन पुरस्कार प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इतनी राशि का कोई दूसरा पुरस्कार नहीं है। इस पुरस्कार की स्थापना आइएम नानावटी लॉ कॉलेज अहमदाबाद द्वारा की गई थी, जिसे जीएलएस (गुजरात लॉ स्टडीज) लॉ कॉलेज के नाम से भी जाना जाता है। यह पुरस्कार हर साल भारत के उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रहे आइएम नानावटी की याद में कानूनी छात्रों को उनकी रीजनिंग, आग्र्युमेंट एवं लीगल स्किल के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाता है।