दरअसल, ग्वालियर के जनकगंज निवासी गोलेश अग्रवाल ऑनलाइन ठगी के शिकार हुए हैं। मीडिया रिपोट्र्स के अनुसार गोलेश ने पुरानी किताब बेचने के लिए ओएलएक्स पर विज्ञापन दिया था। अगले 2 दिनों तक उन्हें कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला। उसके बाद एक ऑनलाइन ठग का उन्हें फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने गोलेश को अपना नाम पवन कुमार बताया। साथ ही उसने कहा कि हम किताब खरीदने को तैयार हैं।
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बोला पेटीएम से करूंगा पेमेंट
ऑनलाइन ठग ने 50 रुपये में किताब खरीदने की डील की। साथ ही उसने कहा कि वह पेमेंट पेटीएम से करेगा। दोनों के बीच डील फाइनल हो गई। उसके बाद उसने गोलेश से कुछ जानकारी मांगी और क्यूआर कोड स्कैन कर मांगा। गोलेश ने ठग के झांसे में आकर क्यूआर कोड उसे भेज दिया। थोड़ी देर बाद उनके खाते से 19, 900 रुपये कट गए।
पैसे क्यों निकाले
उसके बाद पीडि़त व्यक्ति ने पवन को फोन किया कि खाते से पैसे क्यों निकाले। इस पर उसने जवाब दिया कि गलती से हो गई है। फिर से आप क्यूआर कोड भेजिए, आपको पैसे लौटा देता हूं। गोलेश ने दोबारा से ठग को क्यूआर कोड स्कैन कर भेज दिए। उसके बाद ठग ने फिर खाते से 19,900 रुपये उड़ा लिए।
मोबाइल कर लिया बंद
पैसे कटने के बाद गोलेश ने दोबारा ठग पवन कुमार को फोन लगाया। लेकिन उसका मोबाइल बंद मिला। उसके बाद उन्हें शंका हुआ कि मेरे साथ ऑनलाइन ठगी हुई है। अब उन्होंने ग्वालियर साइबर सेल में शिकायत की है। शिकायत के बाद नंबर के जरिए साइबर सेल ने जांच शुरू कर दी है।