पार्षद हरीपाल ने कहा कि उनके क्षेत्र में 7 साल से गंदा पानी आ रहा है, निगम अधिकारी ध्यान नहीं देते, इससे क्षेत्रवासी परेशान हैं। इस पर सभापति ने अधिकारियों को समस्या का निराकरण करने के निर्देश दिए।
शहरी सीमा में ट्रेड लाइसेंस निगम द्वारा बनाए जाने का प्रस्ताव परिषद में रखा गया, जिसे स्वीकृति प्रदान की गई। हालांकि धर्मेन्द्र राणा ने कहा कि यह प्रस्ताव तो जून में ही आ जाना चाहिए था, इसमें देरी क्यों हुई, जो अधिकारी जिम्मेदार हैं उन पर कार्रवाई की जानी चाहिए। इसके अलावा निगम स्वामित्व की दुकान, मल्टीलेवल पार्किंग, हॉल किराए पर देने का प्रस्ताव भी पास कर दिया गया।
निगम अपर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने मीडिया में दिए बयान पर लिखित में खेद व्यक्त किया। लेकिन पार्षद बलवीर तोमर सहित अन्य इस बात को लेकर अड़े थे कि वह खुद मौजूद होकर परिषद में माफी मांगे।
निगम सफाईकर्मियों को वेतन नहीं मिला है, जिसके चलते सभी एकत्रित होकर जल विहार पहुंच गए और परिषद के बाहर जमकर नारेबाजी की।