इ-बाइक के बढ़ते चलन को देखते हुए शहर में कई जगहों पर इनकी बिक्री की जा रही है। शहर में 20 स्थानों पर इ-बाइक बेची जा रही हैं। इ-बाइक बेचने वाली बड़ी कंपनियां जहां तीन साल की वारंटी दे रही हैं वहीं दूसरी कंपनियां ऐसा नहीं करतीं। अच्छी कंपनी की इ-बाइक 64 से 94 हजार वहीं दूसरी कंपनियों की इ-बाइक 50 से 80 हजार के बीच बेची जा रही हैं। ब्रांडेड कंपनी की इ-बाइक की महीने भर की बिक्री करीब 400 से अधिक की है, वहीं दूसरी कंपनियों की इ-बाइक महीने भर में 10 से 20 ही बिक पा रही हैं।
्रग्वालियर में अभी तक इ-व्हीकल चार्ज करने के लिए पेट्रोल पंप की तरह चार्जिंग प्वाइंट नहीं है। अभी जिनके पास दो पहिया इ-व्हीकल हैं, वह अभी घर पर ही चार्ज करते हैं। इ-व्हीकल पर लाइफ टाइम टैक्स 4 फीसदी लगता है। जबकि डीजल वाले वाहन पर कुल कीमत का 10 से 16 प्रतिशत और पेट्रोल वाहन पर 8 से 14 प्रतिशत टैक्स देना होता है।
पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के कारण इ-बाइक की कई कंपनियों ने बाजार में अपने उत्पाद उतार दिए हैं। फिर भी ब्रांडेड कंपनी की इ-बाइक खरीदने में ही ग्राहक अधिक भरोसा दिखा रहे हैं।
- उमेश उप्पल, इ-बाइक विक्रेता