मध्यप्रदेश में भी कोरोना के हर दिन केसेस बढ़ने लगे हैं। इनमें अधिकांश लोग बाहर से आने वाले हैं। अभी तक कोरोना संक्रमित में कई मरीज बाहर से यात्रा करने के दौरान ही संक्रमित हुए हैं, लेकिन उसके बावजूद भी रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट पर जांच की कोई व्यवस्था तक नहीं की गई है। जबकि इन दिनों 150 के आसपास ट्रेनें आ जा रही हैं। इसमें लगभग पांच से छह हजार यात्री ग्वालियर स्टेशन पर आ जा रहे हैं।
कोरोना के सबसे ज्यादा मरीज इस समय दिल्ली और अन्य दूसरे राज्यों में आ रहे हैं, जबकि दिल्ली से आने वाली ट्रेनों के यात्रियों की जांच तक नहीं हो रही है। अगर यही हाल रहा तो आने वाले दिनों में संक्रमण काफी तेजी से बढ़ जाएगा। यहां दिल्ली से दिन भी तक दस से बारह ट्रेनें आती है।
वहीं दिल्ली, हैदराबाद सहित अन्य आठ शहरों से फ्लाइटें भी आ रही हैं। एयरपोर्ट पर भी स्वास्थ्य विभाग ने कोई व्यवस्था नहीं की है। जबकि काफी संख्या में लोग पिछली लहरों में संक्रमित फ्लाइटों से आने वाले ही हुए थे।
343 लोगों की जांच में दो निकले संक्रमित
कोरोना संक्रमितों की संख्या हर दिन बढ़ती ही जा रही है। मंगलवार को जीआरएमसी की रिपोर्ट में 343 संदिग्ध में से दो पॉजिटिव आए हैं। जिसमें से चंद्रवदनी नाका निवासी 65 वर्षीय बुजुर्ग और कुशल नगर निवासी 63 वर्षीय बुजुर्ग संक्रमित पाए गए हैं।
एक्टिव केस 35 हुए
कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ते ही अब एक्टिव केस भी बढ़ने लगे हैं। सोमवार को यह बढ़कर 35 हो गए हैं। वहीं एक भी व्यक्ति को डिस्चार्ज नहीं किया गया है।
कोरोना वार्ड फिर खाली
जेएएच के टीबी वार्ड में कोरोना के मरीजों को भर्ती करने की सुविधा है। यहां पांच दिन पहले ही पति- पत्नी संक्रमित होने के बाद भर्ती हुए थे। दोनों को ही सर्दी, खांसी के साथ बुखार भी आ रहा था। इसमें से महिला को पहले से ही दमा और पुरुष को डायबिटीज की समस्या चली आ रही है। अब दोनों को कोई भी लक्षण नहीं होने पर छुट्टी दे दी गई है।
362 को लगी वैक्सीन
कोरोना के बचाव को लेकर लगाई जा रही वैक्सीनेशन में अब संख्या कम होने लगी है। मंगलवार को छुट्टी के चलते मात्र 362 लोगों को वैक्सीन लग सकी। इससे पहले भी छुट्टी के दिन संख्या सौ तक भी नहीं पहुंच पाई थी। वहीं दूसरी ओर स्कूलों में छुट्टी के साथ गर्मी बढ़ने से बच्चों की संख्या भी काफी कम हो गई है।
इससे बच्चों को लगने वाले टीके की संख्या काफी कम होती जा रही है। जिसमें 12 से 14 वर्ष के बच्चों को 81440 में से 54211 बच्चों को पहला डोज लग चुका है। वहीं दूसरा डोज 10059 बच्चों को लगा है। इसके साथ ही 15 से 17 वर्ष के बच्चों को 1 लाख 42 हजार 268 में से 1 लाख 12 हजार 549 को पहला और 71664 को दूसरा डोज लग चुका है। इन दिनों स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति भी काफी कम हो गई है। उसके साथ ही अब ज्यादा से ज्यादा जोर दूसरे डोज पर ही दिया जा रहा है।
एमपीसिटी से दस छात्र आएंगे
स्वास्थ्य विभाग को कोरोना की जांच के लिए कर्मचारी नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए भोपाल से भी कर्मचारियों की मांग की गई, लेकिन अभी तक कोई भी कर्मचारी नहीं मिला है। इसके चलते जांचें भी नहीं बढ़ पा रही हैं। इसी को देखते हुए बुधवार से एमपीसिटी के नर्सिंग के लगभग दस छात्र स्वास्थ्य विभाग को मिल जाएंगे। यह छात्र आने से कुछ जांचें बढ़ सकती हैं।